हरदोई- जिला पंचायत के अध्यक्ष पद को लेकर छिड़ी जंग को फिर से मीरा अग्रवाल ने जीत लिया. मीरा पर वित्तीय अनिमिकताये और भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर दो बार शिकायत करके डीएम से जाँच कराने वाले भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष राजीव रंजन मिश्र और बिलग्राम मल्लावाँ विधायक आशू को झटका लगा है.डीएम की जाँच रिपोर्ट पर मीरा अग्रवाल के अधिकार सीज कर तीन सदस्यीय टीम बनाई गई थी जिसमे सभी सदस्य भाजपाई थे. भाजपा नेताओ ने 27 अक्टूबर को विजेता के भाँति तीनो सदस्यो को शपथ दिलाई थी और हाई कोर्ट से मीरा को स्टे के साथ अधिकार भी बहाल हो गये.
इस दौरान मीरा अग्रवाल ने कहा कि सच्चाई की जीत हुई और उन्होने आज फिर से कार्यभार ग्रहण कर लिया। हलाकि भाजपा को हाईकोर्ट ने चुनाव के ठीक पहले बहुत बड़ा झटका दिया है तो वही पर नरेश अग्रवाल के भाई मुकेश अग्रवाल की करीबी होने के कारण एक बार फिर से मुकेश गुट को एक बार फिर से भाजपा पर वार करने को मौका मिल गया है वही अब सपा को निकाय चुनाव में ये एक मुदा भी मिल गया है मीरा के पुन: कार्यभार ग्रहण करने पर जिला पंचायत कार्यलय पर सपाई ने जश्न मनाया और एक दुसरे को मिठाई खिला कर खुशी का इजहार किया.
भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी रहेगी जंग- आशीष सिंह आशू विधायक
मीरा अग्रवाल को हाई कोर्ट से स्टे मिलने और अधिकार बहाल होने का सवाल पुछे जाने पर विधायक आशू ने कहा कि उनकी लड़ाई भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी रहेगी। फिलहाल भाजपा को झटका लगा है.
[स्रोत-लवकुश सिंह]