हरदोई- जिला चिकत्सालय के इमरजेंसी विभाग के प्राइवेट वार्ड में मावेशियो का डेरा बना रहता है और ये डेरा दिन में भी रहता है और रात को भी यही पर रह्ता है और यहा पर सुरक्षा व देखभाल के लिये सरकारी सिक्योरिटी गार्ड भी रह्ते है लेकिन इन गार्डो का इस ओर ध्यान ही नही रह्ता है।मामला पंडित राम दयाल त्रिवेदी चिकित्सालय के आपात विभाग है यहा नजारा कुछ ऐसा है कि प्राइवेट वार्ड में मवेशियों ने अपना डेरा डाल रखा है और सुरक्षा के जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं देते हैं। जिला चिकित्सालय के इमरजेंसी विभाग के प्राइवेट वार्ड को घुमंतू जानवरों ने घेर रखा है और वहीं पर मरीज और उनके तीमार दार भी रात को लेटते है। और कही न कही खतरा हर वक्त बना रहता है। कहने को तो सिक्योरिटी गार्ड जिला चिकित्सालय में हर वक्त लगे रहते है। किंतु सुरक्षा व सजगता तो दूर की बात है वह पर बात करने पर पाता चला की वो लोग सिर्फ मरीजों से उनकी सहूलियत के मुताबिक संरक्षण ने के लिये अवैध रुप से धन वसूली में लगे रहते हैं और जिला चिकित्सालय का प्रशासन इस ओर आंखें मूंदे रहता है।
अगर किसी प्रकार की घटना हो जाती है तो इसका जुम्मेदार कौन होगा बहरहाल समझा जा सकता है कि जब इमरजेंसी विभाग के वार्डों का इस तरह हाल है तो अन्य जगहो की सुरक्षा व्यवस्था की भी खामियों को समझा जा सकता है। लेकिन जिस प्रकार से जुम्मेदार लोग इस ओर ध्यान नही देते है इससे सरकार और प्रशासन की व्यव्स्था की भी पोल खुलती है।
[स्रोत- लवकुश सिंह]