उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीट पर हो रही उपचुनाव के वोटों की गिनती जैसे-जैसे बढ़ती जा रही है वैसे वैसे भाजपा की मुश्किलें भी और बड़ी होती जा रही हैं. गोरखपुर और फूलपुर सीट का उलटफेर भाजपा के लिए एक बड़ी मुश्किल खड़ी कर सकता है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद गोरखपुर की सीट BJP के हाथों से फिसलना काफी नकारात्मक माना जा रहा है.
गोरखपुर में 25 राउंड की काउंटिंग खत्म हो जाने के साथ समाजवादी पार्टी के प्रवीण निषाद 23,034 वोटों से आगे चल रहे हैं और इसी के साथ 26 राउंड की गिनती भी जारी है यह योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद खाली हुई थी जिस पर फिलहाल समाजवादी पार्टी का कब्जा होता नजर आ रहा है. पिछले 20 सालों के बाद ऐसा मौका देखने को मिल रहा है जब गोरखपुर सीट से बीजेपी के हाथ फिसल रहे हैं.
इसी उलटफेर में जिलाधिकारी राजीव रौतेला ने कहा है कि मीडिया सिर्फ आधिकारिक आंकड़ों को ही साझा करें क्योंकि कुमार हर्ष के मुताबिक WhatsApp पर शेयर की जा रही कई तरह की सूचना और अभाव को रोकने के लिए जिलाधिकारी राजीव रौतेला से जवाब तलब भी किए गए हैं काला की मतगणना स्थल पर किसी भी तरह का विवाद नहीं है.
दूसरी ओर केशव प्रसाद मौर्य के उप मुख्यमंत्री बनने के बाद खाली हुई सीट फूलपुर पर भी समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार नागेंद्र सिंह पटेल 28000 से ज्यादा वोटों को लेकर आगे बढ़े हुए हैं अगर बात करें नागेंद्र पटेल की तो नागेंद्र पटेल का यह पहला चुनाव है और पहले चुनाव पर ही उन्होंने मौके पर चौका लगा दिया है इससे पहले केशव प्रसाद मौर्य का कहना था कि गोरखपुर और फूलपुर में बीजेपी की अपना परचम लहराएगी मगर यहां उल्टा होता नजर आ रहा है.
फूलपुर और गोरखपुर में समाजवादी पार्टी के आगे होने पर समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता जश्न में डूबे हुए हैं. जशन में बुआ भतीजा जिंदाबाद के नारे लग रहे हैं. समाजवादी पार्टी की बढ़त पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी बधाइयां देते हुए एक सफल जीत की कामना की है.