भारतीय संघीय ढांचे की जानकारी एवं राजनीतिक विकल्प

हम सभी लोग अपने देश और उसकी विरासत से भलीभांति परिचित होते हैं या हम यूं कहें कि हमारी ऐसी सोच होती है. हम बड़े गर्व से इस बात को रखते हैं कि हम दुनिया के विशालतम लोकतांत्रिक देश के नागरिक है. परंतु क्या यह जरूरी नहीं है कि हम इस बारे में भी रिसर्च और प्रयास करें की क्या वास्तव में हम अपने देश और यहां मौजूद सिस्टम को कितना समझते हैं. तो आइए इस लेख के माध्यम से हम यह समझने का प्रयास करते हैं की वास्तव में हमारा संघीय ढांचा और प्रणाली किस तरह से स्थापित है और हमें इनसे कौन-कौन सी जानकारियां समझनी चाहिए. जिस तरह से किसी भी प्रणाली में कुछ अच्छे और कुछ बुरे दोनों ही पहलू मौजूद होते हैं ठीक उसी प्रकार हमारे भी सिस्टम में कुछ बहुत ही अच्छी विशेषताएं मौजूद है.

Indian Constitutional Framework and Politics

सर्वप्रथम हम यह जान लेते हैं कि हमारे मौलिक अधिकार कौन-कौन से हैं –

  1. स्‍वतंत्रता का अधिकार
  2. शोषण के विरुद्ध अधिकार
  3. धर्म की स्वतंत्रता का अधिकार
  4. संस्कृति और शिक्षा सम्बन्धी अधिकार
  5. संवैधानिक उपचारों का अधिकार

हमारा संविधान –
हमारे देश की राजनीति एक संघीय ढांचे के अनुसार काम करती है जिसमे राष्ट्रपति देश का प्रमुख होता है और प्रधानमंत्री सरकार का. हमारे संविधान का विधानमंडल द्वि-राजतन्त्र का अनुसरण करता हैं. इसमें एक ऊपरी सदन राज्यसभा जो संघ के राज्य तथा केंद्र शासित प्रदेश का प्रतिनिधित्व करता है वही निचला सदन लोकसभा हमारी जनता का प्रतिनिधित्व करता है. शासन एवं सत्ता पूर्ण रुप से सरकार के हाथ में होती है एवं वैधानिक बागडोर सरकार एवं संसद के दोनों सदनों लोक सभा एवं राज्य सभा के हाथ में होती है. न्याय मंडल शासकीय एवं वैधानिक दोनों से स्वतंत्र होता है. संविधान के अनुसार हमारा देश समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष एवं लोकतांत्रिक राज्यों का एक समूह है.

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हमारे देश में बहुदलीय प्रणाली व्यवस्था है. जिनमे छोटे एवं क्षेत्रीय दल अधिक प्रबल है और मुख्यता कुछ ही राष्ट्रीय पार्टियां है जिन्हें चार् या अधिक राज्यों में मान्यता प्राप्त है और इसका अधिकार उन्हें भारतीय चुनाव आयोग देता है.
सितंबर 2016 को भारतीय चुनाव आयोग में मुख्यता सात पार्टियों को राष्ट्रीय पार्टी घोषित किया था जिनके विवरण नीचे दिए गए है –

राष्ट्रीय दल प्रतीक
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस हाथ
भारतीय जनता पार्टी कमल
बहुजन समाज पार्टी हाथी (असम राज्य को छोड़कर)
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी बाल और हँसिया
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) हथौड़ा, हँसिया और सितारा
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी घड़ी
सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस पार्टी फूल और घास

 

अब हम इस जानकारी के हिसाब से देखें तो हमारे पास 7 विकल्प या विचारधाराएं मौजूद है. इन्हीं में से हमें अपनी सरकार का चयन करना होता है और मुख्यता देखा जाए तो 90% लोग यही विश्वास रखते हैं की केंद्र में या तो बीजेपी की सरकार होगी या कांग्रेस की और फ़िलहाल हम बचपन से यही तो देखते आ रहे है.

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निष्कर्ष: हम सभी ये बात जानते है कि किसी भी देश का विकास उसके ही नागरिको के हाथो में होता है. अब ये हमारा कर्त्तब्य है कि कैसे हम अपने देश को एक सही दिशा और बेहतर भविष्य की ओर अग्रषित करे.

जय हिन्द! जय भारत!!!

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