विगत महीने में मौसम की आंखमिचौली के बाद इस महीने में भी मौसम विभाग ने बारिश की संभावना व्यक्त करने के कारण किसानों की परेशानी बढ़ रही है अपनी कड़ी मेहनत से खेत में फसल की बुवाई करने से लेकर उसके विभिन्न संकटों का सामना करना पड़ता है कभी भी मौसम बारिश कड़ाके की ठंड तथा आकाश में छाए बादल से किसानों की फसल बुरी तरह से प्रभावित होती जा रही है इसलिए किसान अपनी फसल जल्दी से जल्दी बेच कर छुटकारा पाना चाहते हैं.
मौसम के बदलाव का असर इन दिनों कृषि उपज मंडी समिति हुए चने की आवक पर साफ नजर आने लगा हैकृषि उपज मंडी समिति में इन दिनों चने की रोज 12000 क्विंटल तक आवक हो रही है चने के दाम 3400 रुपए तक पहुंच गए हथे जो लटकते हुए 3100 रुपए तक आ पहुंचे हैं किसानों को उम्मीद रहती है कि उनकी पैदावार को अच्छे दाम मिले इस के लिए किसान बाजार में फसलों के दाम बढ़ाने जिससे वह अपनी फसल जल्दी नहीं भेचना चाहते हैं पर वह दाम पढ़ने का इंतजार करते हैं.
लेकिन चेने के दाम दिन-ब-दिन घटते ही जा रहे हैं जो किसानों की परेशानी का सबब बनते हुए नजर आ रहे हैं चने के दाम और लुढक जाए इससे बेहतर भी अपनी फसल बेच कर रहात की सांस लेना चाहते हैं साथी विगत महीने में मौसम के बदलाव के कारण भी किसानों की परेशानी बढ़ गई है संग्रहित की गई फसल खराब होने से पहले उसे जल्दी से जल्द बाजार में बेचने का फैसला किसानों ने लिया है इसीलिए कृषि उपज मंडी में उतारा जाने से इस सप्ताह लगभग 12 हजार क्विंटल चने कि रोज आवक हो रही हैं.
[स्रोत- शब्बीर खान]