ताजमहल पर विदेशी सैलानियों से अवैध वसूली के आरोपी भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण SI के कर्मचारी
का वहां से करीब 350 किलोमीटर दूर मेरठ जिले में तबादला कर दिया गया है इस कार्यवाही के साथ ही
शेष अन्य कर्मचारियों को पूरी ईमानदारी के साथ ड्यूटी करने की हिदायत दे दी गई है।
विभाग ने पर्यटकों से अवैध वसूली न होने देने के लिए पूरी तरह कमर कस ली है उधर पुलिस ने
भी बुधवार को 10 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया पिछले दिनों ताजमहल में वसूली की एक
वीडियो क्लिपिंग क्लिपिंग वायरल हुई थी वीडियो में एस एस आई का एक कर्मचारी शाहजहां और
मुमताज की कपड़ों के नजदीक कुछ विदेश सैलानियों से लेनदेन करता दिख रहा था कर्मचारी की पहचान
हनीफ मोहम्मद के रूप में की गई वीडियो के वायरल होने पर विभागीय जांच शुरू कर दी गई थी ।
ताजमहल के संरक्षण सहायक अंकित नामदेव ने पूरे मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट उच्च
अधिकारी को भेज दी थी विभाग ने मोहम्मद हनीफ के खिलाफ कार्यवाही करते उसके मेरठ तबादले के
आदेश जारी कर दिए बताया जाता है कि इस मामले में पहले एक सैलानी ने लिखित शिकायत भी दर्ज
कराई थी लेकिन उसे गलत बताते हुए बाद में वीडियो वायरल होने पर विभाग ने उस कर्मचारी के
खिलाफ कार्यवाही करने के आदेश कर दिए थे गौरतलब है कि ताजमहल पर पर्यटकों से रोगियों को
लेनदेन केवल टिकट विंडो पर ही किया जाता है।
स्मारक परिसर में पहुंचने के बाद शुल्क नहीं लिया जाता है उधर थाना सदर और रावण पुलिस भी
संयुक्त टीम ने 10 लोगों को बुधवार को गिरफ्तार किया सदर सर्किल के अंदर अंतर्गत थाना रकाबगंज
और सदर सर्किल के कई होटलों और रेस्टोरेंट में छापा मारकर मोहन शंकर खाले राजेश आवेद मुरारीलाल
राजकुमार साबिर आसिफ शाहरुख और वाजिद अली को गिरफ्तार किया।