आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने में इतने व्यस्त हो गए हैं कि छोटी-मोटी परेशानियों को इग्नोर कर देते हैं. अपने डेली शिड्यूल को पूरा करने के चक्कर में हम खाना-पीना तक भूल जाते हैं. इन्हीं कारणों से हमें ऐसी भयानक बीमारियां होने की संभावना रहती हैं जिनकी हम कल्पना भी नहीं करते हैं.
अक्सर आपने यह देखा होगा कि सुबह उठते ही आपको चक्कर आ रहे हैं, आप को चलने में परेशानी हो रही है, कभी-कभी आपको लगता है कि आप अपने शरीर पर संयम नहीं रख पा रहे हैं या फिर आपकी आंखों के आगे अंधेरा छा गया है. इस प्रकार की छोटी मोटी परेशानियां हमें अक्सर होती रहती हैं.
मगर क्या आप जानते हैं कि यह छोटी मोटी परेशानियां किन कारणों से होती हैं. यह छोटी-मोटी परेशानियों हमारे गले, आंख, नाक, नर्वस सिस्टम का हमारे शरीर के किसी विशेष अंग में होने वाली किसी प्रकार की कमी को दर्शाता है जिस वजह से हमें इन परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
सामान्य तौर पर चक्कर आना, आंखों के आगे अंधेरा छा जाना, खुद पर संयम ना रख पाने का दूसरा मुख्य कारण हमारे शरीर में रक्तचाप का अचार अकबर नया घटना भी हो सकता है जिसका इलाज संभव है मगर यदि आप के चक्कर आने पैरों के लड़खड़ाने या फिर आंखों के आगे अंधेरा छाने का कारण आपके सिस्टम में कोई गड़बड़ी या दिमागी चोट है तो यह आपके लिए बेहद खतरनाक साबित जीत होने वाला है और जिसका कोई भी उपचार नहीं है.
यदि आप भी अपने सिर में होने वाले दर्द को यदि आप अपनी नींद ना पूरी होना या फिर ज्यादा थकान मानते हैं. तो आप बिल्कुल गलत है क्योंकि सिर में दर्द व चक्कर आने का दूसरा कारण यह भी हो सकता है जिसकी वजह से आपको भयानक बीमारी का सामना करना पड़ सकता है.
आज हम आपको कुछ ऐसे ही लक्षणों के बारे में बताने वाले हैं जो आपको देखने में समाने लगते हैं पर उससे होने वाली परेशानियां बहुत बड़ी होती है जिसका इलाज बिल्कुल भी आसान नहीं होता है.
बार बार बेहोश होना : शरीर में पानी की पर्याप्त मात्रा मौजूद नहीं होता है तथा हमारे धड़कनों में तेजी से उतार-चढ़ाव का एक कारण हमारा ज्यादा दवाइयों का सेवन करना भी होता है जो हमारे नर्वस सिस्टम को नुकसान पहुंचाता है तथा जिसके कारण हमारी आंखों के आगे अंधेरा हमारे शरीर पर काबू ना रहना और बार बार चक्कर आने लगता है.जिसके कारण व्यक्ति बार बार बेहोश हो जाता है.
शरीर का संतुलन बिगड़ना : सामान्य से जयादा बॉडी का बैलेंस बार-बार बिगड़ जाता है और आपको कमजोरी महसूस हो रही है तो इसका एक कारण आपके शरीर की अंदरुनी गड़बड़ी है जैसे आपके कान में चोट, अधिक मात्रा में अल्कोहल का सेवन, सर्वाइकल तथा अपेंडिक्स के कारण भी कभी कभी आपको कमजोरी का एहसास होने लगता है. ऐसे हालात में ही लोग अक्सर अपने शरीर का संतुलन खो देते हैं और कहीं भी गिर जाते हैं.
वर्टिगो फिल करना : वर्टिगो एक ऐसी गंभीर किसकी बीमारी है जिसमें इंसान को अचानक ही जोड़ों का चक्कर आ जाता है फिर व्यक्ति चल फिर नहीं पाता है ऐसे समय पर इंसान बिल्कुल ही अपने शरीर का संतुलन खो देता है और कुछ सोचने तथा समझने की कंडीशन में नहीं रह पाता है. इस समस्या का मुख्य कारण भी आपके दिमागी चोट तथा कान में चोट या आपके नंबर सिस्टम में किसी प्रकार की कोई अंदरूनी समस्या होती है जिसके कारण आपको वर्टिगो नामक बीमारी का सामना करना पड़ता है.
बेचैनी का एहसास : अक्सर हम देखते हैं कि कोई व्यक्ति बैठे बैठे ही अचानक बेचैन हो उठता है उसके हाथ पैर ठंडे पड़ जाते हैं और वह अपने सोचने समझने की क्षमता कुछ समय के लिए खो देता है और घबरा सा जाता है. अक्सर यह परेशानी इंसान को ज्यादा सोचने या ब्लड प्रेशर के बढ़ने के कारण होने लगता है जहां इंसान को किसी भी कंडीशन में आराम नहीं मिल पाता है.