अभी हाल ही में एक महीने पहले गोरखपुर के खोराबार फोरलेन इंटर-पास सड़क का निर्माण हुआ था और बिना बरसात के ही इन सड़कों पर जगह जगह गड्ढे होते जा रहे हैं । जहाँ सरकार करोड़ो अरबों रूपये लगाकर सड़कों का निर्माण करा रही है ।
उन सड़कों को बनाने वाले ठेकेदार कम लागत में ही सड़कों को बनाकर मोटी रकम वसूल रहे हैं और जो सड़कें सालो साल चलनी चाहिये वो महीनो में ही टूट जा रहे हैं। पर इससे क्या ? तकलीफे तो केवल बेचारी जनता को ही झेलनी पड़ती है। आखिर इसकी जांच क्यों नहीं होती ।
इसमें मेरा सुझाव है की सड़क निर्माण विभाग से ये विनती भी है कि वो कम से कम कोई एक नंबर विभाग से दे ताकि कोई भी आम जनता किसी भी टूटे फूटे सड़को का शिकायत दर्ज करा सके ताकि उसपर समय रहते ही कार्रवाई हो सके और अपने देश को एक स्मार्ट देश बना सकें।
[स्रोत- अभय चौधरी]
 
            
 
		




















































