मुंबई में रेलवे में नौकरी की मांग कर रहे हजारों छात्रों द्वारा लगाया गया माटुंगा और छत्रपति शिवाजी टर्मिनल रेलवे स्टेशन के बीच जाम अब मुंबई के लिए सिरदर्द बन गया है हालांकि छात्रों का विरोध समाप्त करा दिया गया है मगर विरोध के कारण ट्रेनों का आवागमन हुआ बहुत प्रभावित.
रेलवे ट्रैक को ही क्यों बनाया निशाना
प्रदर्शनकारी जानते थे कि लोकल ट्रेन मुंबई की जान है और वही की रफ्तार इसलिए उन्होंने अपना विरोध करने का निशाना रेलवे ट्रैक को बनाया छात्रों ने माटुंगा और छत्रपति शिवाजी टर्मिनल रेलवे स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक पर जाम लगाया जिस कारण 30 ट्रेनें रद्द हुई और प्रशासन को जल्द ही एक्शन लेना पड़ा
किस कारण था आंदोलन
मुंबई में प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि पिछले 4 सालों से कोई भी भर्ती नहीं हुई है हम एक जगह से दूसरी जगह लगातार भटकते जा रहे हैं और इन्हीं सब के चलते 10 से ज्यादा छात्रों ने आत्महत्या कर ली है मगर अब ऐसा नहीं होगा.
5 Government Railway Police (GRP) personnel and 6 Railway Protection Force (RPF) personnel injured in stone pelting during the agitation of railway job aspirants in #Mumbai. pic.twitter.com/0Xu1wzsSjC
— ANI (@ANI) March 20, 2018
यह आंदोलन थोड़ा उग्र भी होता दिखाई दिया जिसमें प्रदर्शनकारियों द्वारा पत्थरबाजी भी की गई. मुंबई में प्रदर्शनकारियों द्वारा की गई पत्थरबाजी में जीआरपी के 5 और आरपीएफ के 6 जवान घायल हो गए। इनमें कई महिला सुरक्षाकर्मी भी शामिल हैं.
रेलमंत्री पीयूष गोयल का बयान
पीयूष गोयल ने कहा, ‘रेलवे इस समय भर्तियां करने पर ध्यान दे रही है. निष्पक्ष, पारदर्शी और प्रतियोगी भर्तियां करने के लिए रेलवे ने सुप्रीम कोर्ट के गाइडलाइन्स के मुताबिक पॉलिसी तैयार की है. अप्रेंटिस कर चुके छात्रों को उम्र में भी छूट दी जा रही है. यह देश में एक बार में हुई सबसे बड़ी भर्ती होने वाली है. इसमें हर तरह के युवाओं को रेलवे जॉइन करने का मौका है.
उन्होंने यह भी कहा, ‘मैं सभी युवा दोस्तों से अपील करता हूं कि 31 मार्च से पहले-पहले जमकर आवेदन करें और भर्ती प्रक्रिया का हिस्सा बनें, जिससे सबको एक समान मौका मिले और सब मिलकर देश की सेवा करें.’