हरदोई- हरदोई जिले के कोतवाली देहात क्षेत्र की ग्राम पंचायत बहर के एक गांव कंढऊना का है जंहा पर प्रशासन द्वारा बनवाई गई गौशाला के पास ही बड़ी संख्या में गायों के काटे जाने और मांस की बोलेरो फसने की सूचना से आस पास इलाके में सनसनी फैल गयी। और आस पास के ग्रामीण इक्कठा हो गये। और घटना की सूचना प्रशासन को दी गई घटनास्थल पर चारों ओर काटी गई गौवंशो के अवशेष व खून पड़ा था।
घटना की सूचना मिलने पर एसडीएम सदर, सीओ सिटी, शहर कोतवाल, देहात कोतवाल, एलआईयू, इंटेलिजेंस के पुलिस कर्मियों सहित कई थानाध्यक्ष मौके पर पहुचे पहुँचे थानाध्यक्षो में सुरसा, पिहानी, हरियावां, कछौना थानाध्यक्ष मौके पर पंहुचे और मौके पर आक्रोशित ग्रामीणों को समझा कर शांत कराया।
इस दौरान जिले में संचालित सुरभि गौसेवा समिति के संस्थापक प्रशांत गुप्ता व संरक्षक राजवर्धन सिंह व बजरंग दल के पूर्व जिला संयोजक अभिषेक द्विवेदी सहित कई अन्य हिन्दू संगठनों के पदधिकारी मौके पर पंहुचे। और घटना में सम्बंधित आरोपियो की गिरफ्तारी और घटना के खुलासे की माँग करने लगे जिस पर एसडीएम सदर व सीओ सिटी ने सभी पदाधिकारियों व ग्रामीणों को घटना का एक सप्ताह के अंदर खुलासा करने का आश्वासन देकर शांत कराया और बरामद गौवंशो के शवों के अवशेषों का जेसीबी बुलाकर गडढा खुदवा कर अंतिम संस्कार करवाया।
गौशाला के केयर टेकर को हिरासत में लेकर हो जाँच:- राजवर्धन सिंह राजू
घटना की सूचना मिलने पर मौके पंहुचे सुरभि गौसेवा समिति के संरक्षक राजवर्धन सिंह राजू ने कहा कि घटना बहुत ही गम्भीर है और हिन्दू समाज को आहत कराने वाली है। उन्होने घटना स्थल पर सूखे पड़े खून को देखकर कहा गौमांस तस्कर पहले भी यंहा पर ऐसी घटना को अंजाम दे चुके है।
श्री राजू ने कहा कि इस प्रकार की घटना बिना किसी के शह के नही की जा सकती है उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन को घटना की गंभीरता को देखते हुए गौशाला के केयर टेकर को हिरासत में लेकर पूछताछ करनी चाहिए क्योकि आसपास ही आबादी व तत्कालीन जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना के हांथो से शुरू हुई गौशाला भी है जिसमे आवारा गौवंशो को रखा जाता है। और जल्द से जल्द घटना का खुलासा करना चाहिए।
अभिषेक दिवेदी ने कहा की घटना के बारे में ग्रामीणो से बात की तो ग्रामीणो ने बताया की यहाँ बाहर से गौवंश डालो से भरकर लाया जाता था लेकिन गौवंश काटे जाने की किसी को सुचना नही थी प्रशासन ने एक सप्ताह के अंदर घटना के खुलासे की बात कही है अगर ऐसा नही होता है तो जिले के कार्यकर्ताओ के साथ गौसेवको के साथ बैठक कर आगे के रणनीति बनाई जायेगी।
[स्रोत- लवकुश सिंह]