जीएसटी और नोटबंदी जैसे फैसले भले ही देश की जनता को नहीं भा रहे हो मगर इंटरनेशनल रेटिंग एजेंसी सर्विस मूडीज को जीएसटी और नोटबंदी जैसे फैसलों ने काफी लुभाया जिस कारण इंटरनेशनल रेटिंग एजेंसी सर्विस मूडीज ने भारत की सॉवरेन रेटिंग बढ़ा दी है और साथ ही आउटलुक भी पॉजिटिव से स्थिर कर दिया है. कमाल की बात यह है कि 14 साल पहले भी अटल बिहारी वाजपेई मतलब बीजेपी सरकार के तहत ही ग्लोबल रेटिंग में बढ़त हुई थी.
मूडीज द्वारा भारत की रैंकिंग में सुधार किया जाना भारत के आर्थिक और संस्थानिक सुधारों के कारण माना जा रहा है. अभी तक भारत सरकार के बॉन्ड की रेटिंग BAA3 थी जिसे मूडीज ने बढ़ाकर BAA2 कर दिया है. इतना ही नहीं इसके शॉर्ट टर्म लोकल करेंसी की रेटिंग भी P2 से P3 कर दी गई है. BAA3 रेटिंग सबसे कम निवेश वाली स्थितियों को दर्शाता है. आपकी जानकारी के लिए बता दें 2004 में भारत की रेटिंग BAA3 थी, 2015 में रेटिंग स्टेबल से पॉजिटिव कर दिया गया था.
Moody's believes that the @narendramodi Government's reforms will improve business climate, enhance productivity, stimulate foreign and domestic investment, and ultimately foster strong and sustainable growth. @MoodysInvSvc
— PMO India (@PMOIndia) November 17, 2017
रेटिंग बढ़ाने के साथ साथ मूडीज का कहना है कि भारत के आर्थिक सुधारों से तेज वृद्धि होगी मगर इसका असर धीरे-धीरे देखा जाएगा. वित्त वर्ष 2018 में जीडीपी ग्रोथ 6.7 फीसदी और वित्त वर्ष 2019 में 7.5 फीसदी रहना संभव है. मगर 2020 के बाद भारत वृद्धि में अपनी रफ्तार पकड़ सकेगा.
India’s largest ever increase in Ease of Doing Business rankings, Pew study ascertaining PM @narendramodi ji’s popularity, Moody’s upgrade are all reflections of Modi Govt’s hard-work and reform process.
— Amit Shah (@AmitShah) November 17, 2017
अमित शाह और अन्य ने मोदी सरकार को बधाई देते हुए कहा कि पीएम की लोकप्रियता और उनकी सरकार के काम के कारण लगातार सुधार हो रहे हैं इससे पहले भी भारत ने ईज़ ऑफ डूइंग की रेटिंग में भी सुधार किया था.