हरदोई: बेहन्दर ब्लॉक की ग्राम पंचायत बेहंदर कलाँ में पशुचर की जमीन ग्रामीण प्रधानो की कमाई का साधन बना हुआ है। बताते चले कि बेहंदर कलाँ की पशुचर जमीन मेन सण्डीला बाँगरमऊ रोड से सटे होने के कारण यह जमीन बहुत कीमती है। यह जमीन पर लम्बे समय से ग्राम प्रधानो की कमाई का जरिया बनी हुई है इस जमीन पर लोगो ने अपने मकान बना लिये है तो इस जमीन को पूर्व प्रधानो ने प्लाटो में विभाजित करके बेच दिया था।बेहंदर कलाँ ग्राम पंचायत में करीब 50 बीघा पशुचर जमीन है उस जमीन पर सैकड़ो लोगो ने मकानों का केवल लिंटर और मिट्टी भरके छोड दिया है इस पशुचर की जमीन पर पूरा एक गाँव ही बसा दिया गया और इस गाँव का नाम भी दे दिया गया है।
इस गाँव को नवाबनगर (नवाबगंज) के नाम से जाना जाता है। इस गाँव में ज्यादातर लोग तो बहरी जगहों से आकर बस गये है। अब देखना यह हैं कि क्या इस जमीन पर शासन या प्रशासन कोई कार्यवाही करता है या नहीं ? इस पूरे खेल में आखिरकार जिम्मेदार कौन है ? सबसे बडा सवाल ये उठता है कि ये जमीन बेची गई है या फिर लोगो ने ऐसे ही कब्जा करके बना ली है?
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वैसे इस पशुचर की जमीन की कई बार शिकायत की जा चुकी है लेकिन कोई भी ठोस कार्यवाही नही हुई है हर बार प्रशासनिक अधिकारी मूक होकर इस प्रकरण को दबा देते हैं। खास बात ये भी है इस बस्ती को इस प्रकार से बसाया गया है कि इसमे भविष्य को देखकर बसाया गया है हर तरफ रास्ता, पानी निकास आदि का प्रबन्ध करके बसाया गया है लेकिन आगे क्या होता है जानने के लिए जुड़े रहे फिरभी न्यूज के साथ।
[स्रोत- लवकुश सिंह]