आजकल वातावरण में इतना प्रदुषण है कि सांस लेना भी मुस्किल हो गया है। वाहनों का दिन प्रतिदिन बढ़ना हमारे लिए और खतरा पैदा कर रहा है। सांस फूलने की समस्या एक गंभीर रूप ले चुकी है। आपने देखा भी होगा की कुछ लोग थोड़ा सा चलते है या सीढ़ियां चढ़ने से सांस फूल जाती है। यह बीमारी किसी के साथ भी हो सकती है, यह सोचना बिलकुल गलत है की मोटे लोगो को ही इस बीमारी का सामना करना पड़ता है। कई बार यह बीमारी पतले लोगो को भी हो जाती है। इसके पीछे का जो कारण है वो आज आपको बताते हैं अक्सर ऐसा क्यों होता है, इस बीमारी का इलाज घरेलु नुस्खो के द्वारा कैसे किया जाये।
बीड़ी सिगरेट के सेवन से बचे
अक्सर कई बार हमे सांस लेने में परेशानी आती है। इसका असर वैसे सर्दियों में ज्यादा होता है। सांस ठीक से न ले पाने के कारण एलर्जी, संक्रमण, सूजन या चोट भी हो सकते है। अकसर सांस तब फूलती है जब फेफड़ों की सांस की रफ्तार बढ़ जाती हैं। फेफड़ों से संबंधित प्रणाली को प्रभावित करने वाली स्थितियों के कारण भी सांस की समस्या होती है। ब्रोंकाइल ट्यूब्स में सूजन होना सांस फूलने का यह भी एक कारण हैं। सिगरेट पीने या अन्य टॉक्सिंस के कारण की वजह से भी सांस लेने में परेशानी हो सकती है। दिल की बीमारियों या खून में ऑक्सीजन की कमी होने के कारण भी सांस फूलती हैं।
एसिड बनाने वाले प्रोडक्ट्स
सांस फूलने की परेशानी का कारण कार्बोहाइड्रेट चिकनाई एवं प्रोटीन जैसे एसिड बनाने वाले प्रोडक्ट्स भी बनते है, इसलिए इनकी मात्रा शारीर के हिसाब से ही होनी चाहिए, इसके आलावा आप फल, हरी सब्जियां और अंकुरित चने जैसे खाद्य पदार्थों का भरपूर मात्रा में सेवन करने से आपको धीरे धीरे फायदा जरुर होगा और स्वस्थ भी महसूस करेंगे।
गर्म जगह का प्रयोग
अकसर ठंडी जगह में सांस फूलने की परशानी देखनो को ज्यादा मिलती है। तो गरम जगह पर चले जाएं। सांस फूलने की परेशानी में ऐसी या कूलर से जितना हो सकते दूर रहे। इसके अलाव आप गरम शॉवर भी लें सकते हैं अगर आपको लगता है की आपकी सांस फूल रही है तो भींड भाड़ और धूल भरी जगह पर न जाने की कोशिश करें और किसी खुली हरी भरी जगह पर जाएं।
तुलसी है लाभकारी
तुलसी सांस फूलने की समस्या में अत्यन्त लाभदायक होती है। तुलसी का रस और शहद का सेवन करने से सांस फूलने की समस्या में राहत मिलती है। तुलसी के रस की मदद से सांस की बंद नलियों को खुलने में मदद मिलती हैं।
शहद का इस्तेमाल
शहद का सेवन हमारे शारीर के बहुत फायदेमंद होता है। अस्थमा का अटैक आने पर शहद वाले पानी से भाप लेने से पर जल्द ही अस्थमा के अटैक में राहत मिलती है। शहद हमारे शारीर में जमे हुए बलगम को भी बाहर निकलने में मदद करता है, बलगम से भी साँस लेने में परेशानी हो होती है। आप दिन में दो से तीन बार एक ग्लास पानी के साथ शहद मिला कर पीने से सांस फूलने की बीमारी में आराम मिलेगा।