ई-कॉमर्स बाजार की कंपनी स्नैपडील को फ्लिपकार्ट ने खरीदने के लिए 5500 करोड़ रुपए का ऑफर दे डाला किंतु स्नैपडील ने इस ऑफर को ठुकरा दिया, और कहा कि यह कीमत है कम अगर सही होगी कीमत तो जरूर हम आपके साथ डील करेंगे.
साल 2010 में आई थी स्नैपडील
साल 2010 में कुणाल बहल ने स्नैपडील को स्टार्ट किया था स्नैपडील ने इतनी जल्दी मार्केट में अपनी पकड़ बनाई की बच्चे बच्चे की जुबान पर स्नैपडील का नाम आ चुका था किंतु इंडियन मार्केट में कोई भी ई-कॉमर्स वेबसाइट अब तक अच्छे प्रॉफिट में नहीं आ सकी है जिसके चलते स्नैपडील को भारी नुकसान जा रहा है और इस कगार पर आ चुकी है कि उसे अपने आपको बेचना पड़ रहा है.
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स्नैपडील क्यों ठुकराया 5500 हजार करोड़ का ऑफर
भारत की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ने स्नैपडील को खरीदने के लिए 5500 हजार करोड़ का ऑफर दे डाला किंतु स्नैपडील के निदेशक मंडल ने इस ऑफर को ठुकरा दिया उन्होंने कहा कि स्नैपडील की ये कीमत बहुत कम आंकी जा रही है इस कीमत में हम फ्लिपकार्ट को नहीं बेच सकते.
इतनी लोकप्रिय होने के बाद भी क्यों बिक रही है स्नैपडील
भारत के ऑनलाइन खरीदारी के बाजार यानी ई-कॉमर्स मार्केट में बहुत सारी कंपनियां भारत में अपना कारोबार कर रही हैं जिनमें फ्लिपकार्ट, स्नैपडील, अमेज़न आदि किंतु अगर इनके प्रॉफिट की बात की जाए तो कोई भी कंपनी फायदे में नहीं चल रही है बल्कि उनको घाटा हो रहा है.
उसके बाद भी यह मार्केट में अपने आप को चला रही हैं फ्लिपकार्ट और अमेज़न एक बड़ी कंपनी है इसलिए मार्केट में टिके हुए हैं बाजार में अपने आप को साबित करने में लगे हैं किंतु स्नैपडील को इतना घाटा चला गया है कि अपने आप को बाजार में रख नहीं पा रही है जिसके चलते उसे अपने आप को बेचना पड़ रहा है.