भारत एक ऐसा सांस्कृतिक देश हैं जिसमे गाय को एक माता का दर्जा प्राप्त हैं और त्यौहारो पर जिसकी पूजा की जाती है. मगर जैसे-जैसे दुनिया आधुनिक बनती जा रही हैं और भारत के किसान पिछड़ते जा रहे हैं वैसे-वैसे भारत में गायों की स्थिति दयनीय होती जा रही है।आज उनके लिए खाने के लिए चारा और पीने के लिये पानी तक नहीं है। जिसके कारण उनकी मृत्यु की संभावना बढ़ रही है। ऐसी कई घटनाएं मध्य प्रदेश के मुरैना व श्योपुर जिले में देखने को मिली है जहा गायो की स्तिथि सोचनीय बन चुकी हैं और इस दयनीय स्तिथि का जिम्मेदार काफी हद तक सरकार ही हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिलो में कई जगह गौशाला निर्माण के लिए घोषणा हो चुकी है और यह भी मालूम चला है कि कई जगह गौशाला बन भी चुकी है तो सवाल यह उठता है कि फिर ये समस्या क्यों उत्पन्न हो रही है ? और इसके निवारण में कहा कमी रह रही हैं और कमी किसकी है।[Image Source: Youthconnect]
सरकार के साथ-साथ आज व्यक्ति भी इतना स्वार्थी हो गया है कि जब गाय दूध देती हैं तो सब उसे अपने पास रखते है और जब वही दूध देना बंद कर देती है तो उसे खुला छोड़ देते है गर्मी में तड़पते हुए जान दे देने को, भूखा-प्यासा लचर मरने को।
अब देखना यह है कि सरकार इसके लिए क्या कदम उठाएगी। उठाएगी तो कितनी जल्दी क्योकि जैसे जैसे गर्मी बढ़ती जा रही हैं वैसे-वैसे गाय के लिए समस्या खड़ी होती जा रही हैं.
[स्रोत- राजकुमार मीणा]