क्रिकेट एक ऐसा खेल है जो खिलाड़ियों से अत्यधिक फिटनेस की मांग करता है और फिटनेस का महत्व आधुनिक क्रिकेट में बहुत बढ़ा है. विराट कोहली और एबी डिविलियर्स जैसे खिलाड़ियों के साथ, मैदान पर दोड़ना बहुत ही मुश्किल होता है. लेकिन हर खिलाड़ी विराट कोहली की तरह फिट नहीं होता. कुछ खिलाडी ऐसे होते है जिन्हें चोट या वो घायल बड़ी जल्दी होते है. ऐसे उदाहरण सामने आए हैं जहां चोटों की वजह से क्रिकेटरों ने क्रिकेट को हमेशा के लिए छोड़ दिया. यहां 5 ऐसे खिलाड़ी हैं जिनका करियर चोट की वजह से ख़तम हो गया.
नाथन ब्रैकेन
नाथन ब्रैकेन एकदिवसीय प्रारूप में ऑस्ट्रेलिया के सबसे अच्छे तेज गेंदबाज थे. उनका गेंदबाजी एक्शन बहुत साफ़ सुथरा था. नाथन नई गेंद को स्विंग कर सकते थे और गति के उनके परिवर्तन ने उन्हें स्लॉग ओवर्स के दौरान एक प्रभावी गेंदबाज बनाया. उनका करियर चोटों से भरा हुआ था. नाथन ब्रैकेन की घुटने चोट इतनी गंभीर थी, की इसके कारण उन्हें 2011 में क्रिकेट को अलविदा कहना पड़ा. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए 5 टेस्ट, 116 एकदिवसीय और 19 टी -20 मैच खेले है.
सबा करीम
भारत के विकेटकीपर बल्लेबाज सबा करीम ने भारत की लिए सिर्फ 1 टेस्ट और 34 वनडे खेले. उन्हें 32 साल की उम्र में क्रिकेट को चोट के कारण छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा था. ढाका में बांग्लादेश के खिलाफ़ एक टेस्ट मैच में विकेट कीपिंग करते वक़्त अनिल कुंबले की एक गेंद सबा करीम की आंख में लग गयी थी. जिसके कारण सबा करीम को अपनी आंख की सर्जरी करवानी पड़ी और वो भारत के लिए दोबारा नहीं खेल पाए.
एंड्रयू फ्लिंटॉफ
एंड्रयू फ्लिंटॉफ को दुनिया के सर्वश्रेस्ट आल-राउंडर में से एक माना जाता है. एंड्रयू फ्लिंटॉफ को विशेष रूप से उनकी रिवर्स स्विंग गेंदबाजी के लिए जाना जाता था और अपनी बल्लेबाज़ी के दोरान वो बड़ी हिट मारने के लिए मशहुर थे. 32 वर्ष की आयु में, उन्हें वर्ष 2010 में लंबे समय से घुटने की चोट की वजह से क्रिकेट से सन्यास लेना पड़ा था. उन्होंने इंग्लैंड के लिए 79 टेस्ट, 141 एकदिवसीय और 7 टी -20 मैच खेले हैं.
मार्क बाउचर
दक्षिण अफ्रीका के विकेटकीपर बल्लेबाज मार्क बाउचर अब भी दुनिया के सबसे सफल विकेटकीपर बने हुए हैं. स्टंप के पीछे उन्होंने 467 शिकार किये है, जो अभी भी एक रिकॉर्ड है. वर्ष 2012 में, दक्षिण अफ्रीका इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला से पहले सॉमरसेट के खिलाफ एक अभ्यास मैच खेल रहा था. इमरान ताहिर ने एक सॉमरसेट के बल्लेबाज ग्याल हुसैन को बोल्ड कर दिया और स्टंप की बैल मार्क बाउचर की आंख में जा लगी. इसके बाद मार्क को अपनी आंख की सर्जरी करवानी पड़ी. जिसकी वजह से उन्हें क्रिकेट को अलविदा कहना पड़ा. मार्क बाउचर ने साउथ अफ्रीका के लिए 147 टेस्ट, 295 एकदिवसीय और 25 टी -20 मैच खेले है.