दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक पर LG और केजरीवाल सरकार में तकरार बढ़ती जा रही है, क्योंकि केजरीवाल सरकार LG पर आरोप लगा रही है. जब से उनकी सरकार बनी है तब से लेकर आज तक पिछले ढाई साल में हमने कई बार मोहल्ला क्लीनिक की फाइलें LG साहब के पास पहुंचाई है, किंतु एक भी बार उन्होंने इन फाइलों को पास करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया.
आम आदमी पार्टी की सरकार दिल्ली में फरवरी 2015 में बनी थी तब से लेकर आज तक आप पार्टी के विधायक को और बड़े नेताओं ने मिलकर मोहल्ला क्लीनिक की मुहिम चलाने की शुरुआत की थी किंतु उसके लिए दिल्ली पूर्व LG को फाइल पास करने के लिए भेजी गई थी किंतु उन्होंने केजरीवाल सरकार की फाइलों को पारित नहीं किया था.
आइए आपको बताते हैं, क्या है पूरा मामला
केजरीवाल सरकार का कहना है जब हमने पहली बार दिल्ली के एलजी के पास मोहल्ला क्लीनिक की फाइलें भेजी थी, उस समय दिल्ली के एलजी नजीब जंग थे उन्होंने हमारी फाइलों को पारित करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया था जिसके लिए हम पिछले ढाई साल से लड़ रहे हैं.
केजरीवाल सरकार का यह भी कहना है कि इस मुहिम से हम लोगों को स्वास्थ्य जीवन प्रदान करना चाहते थे किंतु इसमें LG साहब हमारी मदद नहीं कर रहे हैं.
क्या है मोहल्ला क्लीनिक, कुछ इस तरह समझे
आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने जब दिल्ली प्रदेश में अपनी सरकार बनाई थी तब उन्होंने अपनी शपथ के दौरान कहा था कि मैं दिल्ली के लोगों को हर तरह की सुविधा प्रदान करने की कोशिश करूंगा.
जिसके बाद उन्होंने मोहल्ला क्लीनिक की शुरुआत की थी इस मुहिम के अंतर्गत दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल का सपना था कि हर मोहल्ले में एक ऐसा क्लीनिक खुलवाएं जिसमें लोग आसानी से आ कर के अपना चेकअप कराएं, डॉक्टर के द्वारा बताई गई सलाह को माने.
क्योंकि दिल्ली के बहुत सारे ऐसे क्षेत्र हैं जहां गरीब लोग रहते हैं और वह प्राइवेट अस्पतालों में अपना इलाज नहीं करवा पाते हैं इस मुहिम से दिल्लीवासी अपना जीवन स्वस्थ बना सकते हैं.