सीकर 28 जनवरी 2018 को पल्स पोलियो महाभियान के तहत जिला स्तरीय कार्यक्रम नेहरू युवा केंद्र, नेहरू युवा संस्थान सीकर तथा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग सीकर के तत्वाधान में योजना नगर, सालासर स्टैंड, पर लगाए गए पल्स पोलियो बूथ पर जिला कलेक्टर- नरेश कुमार ठकराल ने नन्हे-मुन्ने बच्चों को दो बूंद जिंदगी की पिलाकर अभियान का शुभारंभ किया।ओर कहा यह एक उग्र स्वरूप का बच्चों में होनेवाला रोग है जिसमें मेरुरज्जु के अष्टश्रृंग तथा उसके अंदर स्थित धूसर वस्तु में अपभ्रंशन हो जाता है और इसके कारण चालकपक्षाघात हो जाता है।
इस रोग का औपसर्गिक कारण एक प्रकार का वायरस होता है, जो कफ, मल, मुत्र दूषित जल तथा खाद्य पदार्थों में विद्यमान रहता है, वायु द्वारा एक स्थान में दूसरे स्थान पर प्रसारित होता है तथा दो से पाँच वर्ष की उम्र के बालकों को ही आक्रांत करता है। लड़कियों से अधिक यह लड़कों में हुआ करता है तथा वसंत एवं ग्रीष्मऋतु में इसकी बहुलता हो जाती है ।
जिससे बचने के लिए पोलियो की दवा का प्रयोग करना चाहिए । नेहरू युवा संस्थान सचिव- बी एल मील ने बताया कि उद्घाटन कार्यक्रम में जिला आरसीएच अधिकारी- डॉ. निर्मल सिंह, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी- डॉ. एस के शर्मा, अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी- डॉ.अशोक महरिया, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी- डॉ.सीपी ओला,
जिला क्षय रोग अधिकारी- डॉ. विशाल सिंह, नेहरू युवा केंद्र सीकर के जिला युवा समन्वयक- तरुण जोशी, डीपीएम प्रकाश गहलोत, सीकर शहर के जोनल अधिकारी- डॉ. एस एन बिजारणिया, अरबन डीपीएम- प्रदीप चाहर ने भी बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई । चिकित्सा अधिकारी ने इसके लक्षण बताये की फ्लू जैसा लक्षण पेट का दर्द, अतिसार (डायरिया), उल्टी, गले में दर्द, हल्का बुखार, सिर दर्द होता है ।
इस अवसर पर जिला समन्वयक केसरदेव पारीक, स्काउट सीओ बसंत लाटा, गाइड सीओ सुश्री सुयश लोढ़ा, ओमप्रकाश चाहर, बस्ती के रामकुमार भट्ट, बिल्लू भारती, जितेंद्र माथुर, नेहरू युवा केंद्र एवं स्काउट गाइड के स्वयंसेवक उपस्थित थे ।
[स्रोत- धर्मी चन्द जाट]