हरदोई- फागुन मास के त्रयोदशी को होने वाले शिवरात्रि के पर्व को जिले में धूम धाम से मनाया गया मंदिरो शिवालयो में पुरा दिन भक्तो की कतारे देखनो मिले कवार लेकर आये काँवरियो ने बम भोले के जयकारे के साथ जलाभिषेक किया.इस दिन बताते है कि भगवान शिव की बरात हुई थी इसी लिये ये पर्व मनाया जाता है इसी लिये जगह जगह शिव बरात का भी आयोजन किया गया था। मंदिरो में काफी भीड़ भाड़ देखने को मिली लोग सरधा भाव से भगवान शिव का पूजन करने में लगे थे। लोगो ने पूजन कर अपने परिवार व समाज के सुख शांति की भी कमना की लोगो ने जगह जगह भण्डारे की भी आयोजन किये गये जिसमे भक्तो को भगवान शिव का प्रसाद में ग्रहण किया तो कुछ ने भांग व गंजा पीकर भगवान शिव का प्रसाद बताया।
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उन लोगो के अनुसार भगवान शिव का प्रसाद भांग गांजा है जिससे भगवान शिव सभी प्रकार के जहर को शरीर से खत्म कर देते है। तो कुछ ने वृत रख कर भगवान शिव की पूजा अर्चना की। तो कई जगह पर मेले के भी आयोजन किये गये जिसमे बेहन्दर क्षेत्र में दो जगह मेले थे जिनमे सुप्रसिध्द पत्थर सुर महादेव में मेले में जहाँ दूर दूर से लोग मेला देखने आते है।लोगो के अनुसार इस मेले में बेर व रुपये (गुची)खेली जाती है और जो जीतता है वि साल भर कोई भी चीज हराता नही है ये मेला सुखन खेड़ा ग्राम पंचायत के ठाकुरी खेड़ा में लगता है यहाँ पर भगवान शिव का बहुत बड़ा मंदिर बना है इस मंदिर में मूर्ति खुदाई में निकली थी इस मंदिर की मुख्य विशेषता ये है कि इस शिवलिंग में तीन प्रकार के रंग बदलती है सुबह दूसरा कलर दोपहर में दूसरा और शाम को दुसरा होता है।
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इस मन्दिर का निर्माण गाँव के ही एक व्यक्ति अर्जुन सिंह ने कराया था। ये मेला बहुत पुराना है और वहाँ पर मौजूद लोगो को भी नही पाता है कि मेला कब से लग रहा है उन लोगो के अनुसार वो लोग बचपन से लेकर आज तक मेला देखते है लेकिन पता नही है कि मेला कब से लग रहा है यहाँ पर कुछ साधू संत भी रहते है। दूसरा मेला बेहन्दर क्षेत्र के अल्लीपुर में भी लगताहै।
[स्रोत- लवकुश सिंह]