ताल नगर परिषद भगवान भरोसे जिला कलेक्टर को संज्ञान लेना चाहिए| भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारियों को भी संज्ञान लेना चाहिए|कभी भवन निर्माण कार्य की अनुमति के नाम पर फर्जीवाड़ा ,तो कभी अन्य प्रकार से फर्जी वाडे का गढ़ बना? कतिपय कर्मचारी शराब खोरी में लगे|
नगर परिषद कार्यालय ताल पर कतिपय कर्मचारियों द्वारा तथाकथित रूप से शराबखोरीकर ड्यूटी की जा रही है |को लेकर जमकर जनचर्चा के बावजूद भी नगर परिषद के अधिकारियों का ऐसे तथाकथित कर्मचारियों पर नियंत्रण नहीं |ताल नगर परिषद में ताल नगर के हजारों लोगों का भवन आदि संबंधित रिकॉर्ड भी रहता है तो नगर परिषद के सैकड़ों कर्मचारियों का रिकॉर्ड सुरक्षित रहता है,एवं नगर परिषद द्वारा नगर परिषद के लिए आपातकालीन व्यवस्था हेतु रात्रि में एक कर्मचारी की ड्यूटी कार्यालय पर लगी रहती है परंतु बताया जाता है कि कतिपय कर्मचारियों के आए दिन शराबखोरी कर अधिकारियों के साथ भी गैर जिम्मेदाराना व्यवहार किया जाता है| जिससे निरंतर शिकायतें मिलने पर मुख्य नगरपालिका अधिकारी द्वारा ताल आलोट रोड पर पानी की टंकी पर आकस्मिक रूप से निरीक्षण किया गया था, जहां पर दो कर्मचारी ड्यूटी पर ही शराब खोरी कर रहे थे |जिस पर आपने सूचना पत्र जारी किया था परंतु ऐसा लगता है कि नगर परिषद प्रशासक एवं नगर परिषद अधिकारी का नगर परिषद के ऐसे तथाकथित कर्मचारियों पर नियंत्रण नहीं है|जिस कारण एक जिम्मेदार शासकीय संस्था पर एमके कतिपय कर्मचारी संस्था की बदनामी कर रहे है, वहीं भारतीय जनता पार्टी बहुत बड़ी पार्टी है जो कि ऐसे कतिपय कर्मचारियों के तथाकथित कृत्यों के कारण भी कहीं ना कहीं उसकी भी साख पर बट्टा लगाने पर तुले हुए हैं| फिर भी न्यूज़ ने नगर परिषद में भवन निर्माण अनुमति के नाम पर फर्जी वाडे को उजागर किया था परंतु उस मामले को भी दबा दिया गया ,और अभी ताजा मामले में गुरुवार की रात्रि के 11:00 11:30 बजे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसे इस संवाददाता को भी एक व्यक्ति द्वारा नाम नहीं छापने की शर्त पर पहुंचा गया है वीडियो में कुछ युवक रात्रि में 11 व 11:30 बजे के करीब नगर परिषद कार्यालय में कुछ कर रहे हैं |दो मोटरसाइकिल कार्यालय के बाहर खड़ी हुई दिखाई दे रही है|दिखाई पड़ रहे हैं ?क्या कर रहे हैं |नगर परिषद के कर्मचारी हैं या कोई अन्य है | अब ऐसी क्या आपातकालीन स्थितियां आन पड़ी कि रात्रि में कुछ लोग नगर परिषद में पहुंचे |यह नगर परिषद के लिए जांच का विषय है| यदि नगर परिषद में किसी भी प्रकार की घटना दुर्घटना घटित हो जाए तो जिम्मेदार कौन रहेगा |परंतु उक्त प्रकार के कृत्यों से कहीं ना कहीं शासन प्रशासन की बदनामी हो रही है जिसे जिले के कलेक्टर को संज्ञान लेकर ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए |क्या यह संभव है | वीडियो की पुष्टि हम नहीं करते हैं और किस दिनांक का है इसकी पुष्टि हम नहीं करते हैं परंतु यह वीडियो शासन प्रशासन को दिखवाते हुए नगर परिषद कार्यालय में जो सीसीटीवी फुटेज है उसमें अगर देखें तो सारी कहानी सामने आ जाएगी? यदि सीसीटीवी कैमरा की अच्छी क्वालिटी होगी और कैमरे सही सही ढंग से लगे होंगे तो ज्ञात हो जाएगा कि वे कौन लोग हैं| और रात्रि में क्या कर रहे थे और यदि घटिया स्तर के सीसीटीवी कैमरा लगे होंगे तो अधिकारियों को भी बात दबाने के लिए कई बहाने मिल जाएंगे| यदि कोई गलत लोग हैं तो उनके खिलाफ पुलिस में प्रकरण दर्ज करवाना चाहिए|
उक्त मामले को लेकर मुख्य नगरपालिका अधिकारी श्री कन्हैयालाल सूर्यवंशी से दैनिक प्रसारण ने जानकारी चाही तो आपने बताया कि हां यह बात सही है कि विगत दिनों आलोट नाका बारहआंम्बा ताल में स्थित संपवेल पानी की टंकी पर मेरे द्वारा आकस्मिक निरीक्षण करने पर 2 कर्मचारी वहीं पर शराब पी रहे थे ,जिस पर मेरे द्वारा 2 कर्मचारियों को सूचना पत्र जारी किया गया है और उक्त वीडियो का जो मामला है उससे मैं दिखवाता हूं एवं नगर परिषद कार्यालय में एक कर्मचारी की ड्यूटी रात्रि में रहती है |वह वहीं पर रात्रि में सोता है ।अब इसके अलावा रात्रि में कौन लोग गए थे यह दिखवाना पड़ेगा क्या कर रहे थे|
अब देखने वाली बात है कि उक्त मामले में जिला प्रशासन क्या संज्ञान लेता है, क्योंकि हो सकता है कि अधिकारियों की नजर में यह बात मामूली हो?परंतु यदि ऐसे तथाकथित कार्यों पर अंकुश नहीं |भाजपा के शासन में कतिपय शासकीय कार्यालयों का कतिपय लोग तथाकथित रूप से कर रहे दुरुपयोग |शराब खोरी को दे रहे बढ़ावा|
?️ जितेंद्र सिंह ?️
आलोट तहसील संवाददाता रिपोर्ट
फिर भी न्यूज