बाबा राम रहीम की मुश्किलें अभी भी थमने का नाम नहीं ले रही हैं, राम रहीम पहले ही साध्वी यौन शोषण मामले में 20 साल की सजा काट रहे हैं और आज उनपर लगे पत्रकार रामचंद्र छत्रपति और डेरा प्रबंधक रणजीत सिंह हत्याओं के मामले की सुनवायी हैं और यह सुनवायी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हो रही हैं.
हरियाणा के डीजीपी बीएस संधू ने बताया, ‘पंचकूला में अप्राकृतिक घटना को रोकने के लिए मामले की सुनवाई से पहले ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए हैं जिसके लिए हरियाणा पुलिस और अर्धसैनिक बलों की मदद ली जा रहीं हैं. इस पहले बाबा राम रहीम को रेप के 2 मामलो में 28 अगस्त को 20 साल की सजा सुनाई गयी थी.
Khatta Singh(witness)had changed his '07 statement in '12 out of fear: Khatta's lawyer on murder case against #RamRahim pic.twitter.com/AN4M5RD4sO
— ANI (@ANI) September 16, 2017
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम का ड्राइवर खट्टा सिंह 2012 में गवाही से मुकर गया था और उसकी वजह उसने अपना डर बताया. खट्टा सिंह के वकील ने बताया कि बाबा के डर के कारण उसने गवाही देने से इंकार कर दिया था. उसे डर था कि कहि बाबा उसे और उसके बेटे को ना मार दे.
I was scared that they would kill me and my son, we were threatened: Khatta Singh, witness in murder case against #RamRahim pic.twitter.com/B9OQ7oRcAK
— ANI (@ANI) September 16, 2017
दोनों लोगो कि हत्याऐं 2002 में हुई थी और हत्या का शिकार बने दोनों लोगों के परिजनों ने अदालत का दरवाजा खटखटाया था जिसके बाद पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने नवंबर, 2003 में सीबीआई जांच के आदेश दिए थे और हत्या मामले में सीबीआई ने 30 जुलाई, 2007 को चार्जशीट दायर किया था.