गन्ना पेराई सीजन 2018-19 के पेराई योग्य गन्ने की रकबा मात्रा का आंकलन, सत्यापन का कार्य 07 मार्च से

कवर्धा : कबीरधाम जिले में स्थापित सहकारी शक्कर उत्पादक कारखाना मर्यादित कवर्धा और लौह पुरूष सरदार भाई पटेल सहकारी शक्कर कारखाना मार्यादित पंडरिया के आगामी गन्ना पेराई सीजन 2018-19 के पेराई योग्य गन्ने की रकबा एवं मात्रा की आंकलन करने और वर्तमान पौधा रोपण सत्र 2017-18 में रोपित नया फसल पौधा एवं खूंटी फसल के रकबे का वास्तविक जानकारी हासिल करने के लिए वर्तमान में जिले में बोए जा रहे गन्ने का ग्राम वार एवं किसानवार भौतिक सत्यापन व सर्वे का कार्य किया जाएगा ।

गन्ना पेराई सीजन 2018-19 के पेराई योग्य गन्ने की रकबा मात्रा का आंकलन

गन्ना सत्यापन का कार्य आगामी 07 मार्च से मई माह 2018 के बीच अनिवार्य रूप से पूरा किया जाएगा । कलेक्टर नीरज कुमार बनसोड़ के निर्देश पर जिले में संचालित दोनों सहकारी शक्कर उत्पादक कारखाना मर्यादित की ओर से वास्तविक गन्ना रकबे के आंकलन के लिए संयुक्त टीम का गठन भी किया गया है । इस संयुक्त टीम में दल प्रभारी पटवारी को बनाया गया है । सहयोगी के तौर पर कृषि विभाग के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, सहकारी समिति प्रबंधक को सदस्य बनाया गया है ।

इसी प्रकार शक्कर कारखाना के क्षेत्र सहायक को टीम का संयोजक सदस्य बनाया गया है । टीम के सभी सदस्यों को सोमवार को जिला पंचायत के सभा कक्ष में प्रशिक्षण दिया गया । प्रशिक्षण में गन्ने के बुआई तथा गन्ना फसल के वास्तविक रबका सत्यापन सहित अन्य बिन्दूओं पर कलेक्टर नीरज कुमार बनसोड़ की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का भी टीम के सदस्यों का बताया गया । बैठक में कृषि उपसंचालक नागेश्वर लाल पांडेय, पंजीयक सहकारी संस्था भूपेन्द्र सिंह ठाकुर सहित संबंधित अधिकारी विशेष रूप से उपस्थित थे ।

भोरमदेव सहकारी शक्कर उत्पादक कारखाना मर्यादित के प्रबंध संचालक एनके काण्डे ने बताया कि संबंधित कर्मचारी अपने आबंटित ग्रामों में संयुक्त रूप से भ्रमण करेंगे । गन्ना उत्पादक किसानों को सर्वे की सूचना ग्राम कोटवार से मुनादी करा कर दी जाएगी । साथ ही ग्रामवार बैठक लेकर गन्ना उत्पादकों, ग्रामवासियों, ग्राम कोटवार, पंच, सरपंच, सचिव, की उपस्थिति में ही भौतिक सत्यापन, सर्वे संबंधी जानकारी का कार्य पूर्ण करके निर्धारित किसानों की उपस्थिति में गन्ना रकबे की खसरावार माप अनिवार्य रूप से की जाए ।

दल के प्रभारी पटवारी के द्वारा किसान के खेत का आक्षांश एवं देशांश की जानकारी दर्ज करना तथा गन्ना फसलवाले खेत का सर्वे नम्बर सहित नजरी नक्शा भी संलग्ना करना अनिवार्य होगा । सर्वे दल के द्वारा संबंधित किसान के खेत में जाकर गन्ना फसल का फोटो किसान एवं सर्वे दल के सदस्यों के साथ संयुक्त रूप से फोटो लेना अनिवार्य किया गया है ।

संबंधित गन्ना उत्पादक किसानों से गन्ना बोने की तिथि और गन्ना फसल की उम्र पूछा जाएगा साथ ही गन्ना पौधें की तिथि,वास्तविक उम्र के संबंध में सर्वे दल के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी द्वारा प्रमाणित किया जाएगा, जिसे सर्वे पत्रक में गन्ना बोने की तिथि के रूप में अंकित किया जाएगा । गन्ना सत्यापन कार्यों का सतत् पर्यवेक्षण कार्य उप संचालक कृषि, सहायक संचालक गन्ना, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, तहसीलदार एवं वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारीगण और कारखाने के मुख्य गन्ना विकास अधिकारी अपने कार्य क्षेत्र के तहसीलों, विकासखण्डों के गन्ना उत्पादक ग्रामों में सप्ताहिक रूप से भ्रमण कर भौतिक सत्यापन कार्यो का निरीक्षण, पर्यवेक्षण करना सुनिश्चित करेंगे ।

भोरमदेव सहकारी शक्कर उत्पादक कारखाना मर्यादित के प्रबंध संचालक एन के काण्डे ने गन्ना पेराई सत्र 2018-19 के लिए पौधा रोपण 2017-18 में बोए गए गन्ने के भौतिक सत्यापन के लिए जारी दिशा निर्देशों से टीम के सदस्यों को अवगत कराया, कि आगामी पेराई सत्र 2018-19 में 11 माह से कम अवधि का गन्ना पेराई के लिए कारखाने द्वारा क्रय नहीं किया जाएगा ।

किसानों के खेतों में 24 घण्टे से अधिक समय तक के कटे हुए गन्ने को कारखाना द्वारा क्रय नहीं किया जाएगा । जो कृषक आपूर्ति पर्ची मिलने के बाद 24 घण्टे के भीतर ताजा कारखाने में आपूर्ति करेंगे उन्हें चिन्हांकित कर सम्मान किया जाना प्रस्तावित है तथा जिन कृषकों के द्वारा 24 घण्टे का बाद तथा कचरा युक्त गन्ना आपूर्ति करने वाले किसानों पृथक से रिकार्ड रखा जाएगा ताकि गन्ने की खराब गुणवत्ता के मान से कटौती की जा सके ।

कारखाने में अच्छी गुणवत्ता का साफ-सुथरा एवं परिपक्व गन्ना की आपूर्ति करने वाले किसानों को प्रोत्साहित किया जाएगा तथा ऐसे कृषकों को भारत सरकार द्वारा 9.50 रिकव्हरी से अधिक रिकव्हरी प्राप्त होने पर प्रत्येक 0.1 प्रतिशत रिकव्हरी में वृद्धि के लिए शासन द्वारा निर्धारित प्रीमियम का भुगतान प्रोत्साहन स्वरूप संबंधित कृषकों को करने हेतु विचार करने के निर्देश दिए गए ।

आगामी पेराई सत्र 2018-19 में सर्वे दल के द्वारा सभी गन्ना उत्पादक किसानों का सर्वे सत्यापन का कार्य पूर्ण करके निर्धारित पत्रक तैयार करेंगे । सर्वे दल के द्वारा संबंधित किसान के खेत में जाकर गन्ना फसल का फोटो किसान एवं सर्वे दल के सदस्यों के साथ संयुक्त रूप से फोटो लेना अनिवार्य होगा । संबंधित गन्ना उत्पादक किसान से गन्ना बोने की तिथि गन्ना फसल की उम्र पूछा जाएगा तथा गन्ना पौधे की तिथि वास्तविक उम्र के संबंध में सर्वे दल ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी द्वारा प्रमाणित किया जायेगा जिसे सर्वे पत्रक में गन्ना बोने की तिथि के रूप में अंतिम रूप में अंकित किया जाएगा ।

सर्वे दल के प्रभारी पटवारी के द्वारा किसान के खेत का अंक्षाश एवं देशांश की जानकारी दर्ज करना तथा गन्ना फसल वाले खेत का सर्वे नम्बर सहित नजरी नक्शा भी संलग्न करना अनिवार्य होगा । सर्वे का कार्य जिले के सभी गन्ना उत्पादक किसानों के खेतों का भौतिक सत्यापन मार्च 2018 से मई 2018 तक अनिवार्य रूप से किया जाएगा । आगामी पेराई सीजन 2018-19 हेतु विक्रय करने के इच्छुक शेयरधारी किसानों का पंजीयन शक्कर कारखाना कार्यालय में सर्वे उपरांत जून 2018 अगस्त तक अनिवार्य रूप से कराना होगा ।

कारखाना के शेयरधारी गन्ना उत्पादक को उन्नत प्रजाति का गन्ना रोपण करना तथा कृषि विभाग के माध्यम से ड्रिप एरिगेशन सिस्टम लगाया अनिवार्य होगा । ड्रिप सिस्टम से गन्ना लगाने वाले किसानों को कारखाने में प्रति एकड़ निर्धारित तीन पर्ची तीन ट्रेक्टर ट्राली के स्थान पर चार गन्ना आपूर्ति पर्ची चार ट्रेक्टर ट्राली प्रोत्साहन स्वरूप प्रदाय की जावेगी ।

आगामी सीजन 2018-19 में किसानों का गन्ना कारखाने में आपूर्ति के पूर्व कारखाने के फिल्ड असिस्टेंट के द्वारा हैंड रिफ्रैक्ट्रो मीटर से गन्ने की परिपक्वता की जांच अनिवार्य रूप से की जाएगी तथा परिपक्व गन्ने की खरीदी ही किसानों से की जाएगी ।

[स्रोत- घनश्याम जी.बैरागी]

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