सोमवार को वायुसेना के पूर्व एयर चीफ मार्शल अर्जन सिंह का अंतिम संस्कार दिल्ली के बरार स्क्वायर में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया. अर्जन सिंह का पार्थिव शरीर पंच तत्व में विलीन हो गया उनके सम्मान में 21 तोपों की सलामी दी गई. अर्जुन सिंह के सम्मान में फ्लाइट पास्ट दिया गया और नई दिल्ली की सभी सरकारी इमारतों पर लगे राष्ट्रीय ध्वज को आधा झुका दिया गया.[Image Source: ANI]
एयर चीफ मार्शल अर्जन सिंह को उनकी अंतिम विदाई पर भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण और भारतीय सेनाओं के तीनों प्रमुख ने पहुंचकर श्रद्धांजलि दी. उनके अलावा बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह ने भी बरार स्क्वायर पहुंचकर एयर चीफ मार्शल अर्जन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की.
Delhi: Former PM Manmohan Singh lays wreath & pays tributes to Marshal of Air Force #ArjanSingh, at his last rites ceremony. pic.twitter.com/3ey5OXvy7Y
— ANI (@ANI) September 18, 2017
भारत के प्रधानमंत्री ऑफिस से PM नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर एयर चीफ मार्शल अर्जन सिंह के लिए एक ट्वीट किया गया जिसमें लिखा था “जानदार, शानदार समर्पित जीवन, वीरता और शौर्य की जीती-जागती मिसाल. ऊंचाई और गहराई का अद्भुत संयोजन, पद, प्रतिष्ठा, मान-मर्यादा, सभी माँ भारती के चरणो में समर्पित. सैनिक के शौर्य और शिष्टाचार की सदा अनुभूति देने वाले वीर को प्रणाम.” नरेंद्र मोदी
A rough Hindi translation of what PM @narendramodi wrote for Marshal of the IAF Arjan Singh can be seen here. pic.twitter.com/wdNLASXqnc
— PMO India (@PMOIndia) September 17, 2017
सन 1965 की लड़ाई में पाकिस्तान को घुटनों पर लाने वाले वायु सेना अध्यक्ष अर्जुन सिंह का निधन शनिवार को दिल्ली आर्मी अस्पताल में हुआ था, शनिवार की सुबह उन्हें दिल का दौरा पड़ने की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
जहां उनसे भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण मिलने के लिए पहुंचे थे किंतु शाम के समय बहादुर अर्जन सिंह ने 98 वर्ष की आयु में अंतिम सांस ली.
एयर चीफ मार्शल अर्जन सिंह का जन्म 15 अप्रैल 1919 में पंजाब के ल्यालपुर में हुआ था किंतु पार्टीशन होने के बाद यह जगह अब फैसलाबाद पाकिस्तान में आ चुकी है. अर्जन सिंह 1 अगस्त 1964 से 15 जुलाई 1969 तक वायु सेना के अध्यक्ष रहे थे.
भारत और पाकिस्तान के बीच 1965 में हुई लड़ाई के दौरान वायुसेना अध्यक्ष अर्जन सिंह ने अहम भूमिका निभाई थी जिसके लिए उन्हें 1965 में ही पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था.