जब मुसीबत आती है तो इंसान को चारों तरफ से घेर लेती है ये कहावत तो आपने सुनी ही होगी लेकिन हम आज ऐसे ही एक इंसान की कहानी आपको बताने जा रहे है। ये कहानी जोधपुर जिले की ओसियां तहसील के ग्राम पंचायत पल्ली के गांव पल्ली-2 के एक गरीब परिवार टिमनाथ जोगी की हैं।टीमनाथ जोगी और उनका पूरा परिवार अनेक बीमारियों से ग्रस्त है, जिसमें पीड़ित की मां चिड़िया देवी (80 वर्ष) जो नेत्रहीन है साथ ही उसके एक हाथ में अज्ञात बीमारी होने के कारण दिन-प्रतिदिन उसका हाथ गल रहा है। टिमनाथ की आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर होने के कारण उनकी माँ का हाथ स्थानीय डॉक्टरों को दिखाया लेकिन इलाज नहीं हो पाया इस बीमारी ने उनकी माँ को दीमक की तरह जकड़ लिया है साथ ही पीड़ित टीमनाथ की पत्नी भी मानसिक रुप से पीड़ित है तथा परिवार भी बड़ा होने के कारण परिवार का भरण-पोषण ठीक से नहीं कर पाता है।
पीड़ित टिमनाथ पारिवारिक चिंताओं के कारण खुद भी शारीरिक रूप और मानसिक रूप से टूट चुका है। अब पूरा परिवार बेबस और लाचार है। अब उन्हें या तो कोई समाजसेवी या सरकारी सहायता ही इस मुसीबत से बाहर निकाल सकती है।
पीड़ित टिमनाथ ने बातचीत के दौरान बताया कि उन्होंने कई बार सरकारी योजना में आवेदन किया लेकिन उन्हें एक भी योजना का लाभ नहीं मिल सका पीड़ित टिमनाथ का परिवार बीपीएल में भी चयनित नहीं है और ना ही उन्हें प्रधानमंत्री आवासीय योजना के तहत तय राशि उपलब्ध हुई है। साथ ही मुख्यमंत्री वृद्धा पेंशन योजना सहित अन्य सुविधाओं से भी वंचित हैं। इतना ही नहीं सरकारी स्तर पर मिलने वाली योजनाओं से पीड़ित टीमनाथ का परिवार पूर्ण रूप से वंचित हैं।
टिमनाथ जी से बातचीत के दौरान उनका दुःख साफ देखा जा सकता था। उनके दिल से दु:खो पहाड़ टूट रहा हैं और टीमनाथ जी की आँखों के आँशु भी सुख चुके थे। उन्होंने इतना ही कहा कि भगवान ऐसी बीमारी और मुसीबत किसी को भी न दे।
[स्रोत- विनोद रुलानिया]