हारदोई- निकाय चुनाव दस्तक के बाद से समूचे प्रदेश भर में प्रत्याशियों और अन्य पार्टियों के दावेदारों की हलचलें और सुगबुगाहट तेज़ होना शुरू हो ही चुकी है, वहीं प्रदेश भर की राजनीति में अहम हिस्सेदार जनपद हरदोई में भी पार्टी का साथ छोड़ना-पकड़ना भी निरन्तर जारी है।जनपद हरदोई के सण्डीला का इस बार निकाय चुनाव काफी दिलचस्प हो चला है, पिछड़ा वर्ग की सीट आरक्षित होने से जहां पूर्व में सपने संजोये बैठे लोगों को शांत होकर बेरंग बैठना पड़ा वहीं नए चेहरों ने भी अपना रुतबा आज़माने और छाप जमाने मे कोई कसर नही छोड़ी, बसपा से शुऐब नबी का रास्ता साफ होने बाद से सपा और भाजपा के प्रत्याशी दावेदारों में भी एक अजीब सी कशमकश देखने को लगातार मिल रही है।
वहीं कांटे की टक्कर रखने वाली भारतीय जनता पार्टी से नगर के व्यापार मंडल अध्यक्ष प्रदीप जयसवाल, डॉक्टर जीवन सिंह अर्कवंशी और अभय गुप्ता कतार में हैं, तो दूसरी ओर समाजवादी पार्टी से लगभग तय प्रत्याशी रईस अंसारी भी इन दिनों लोगों के बीच अपनी पकड़ को सुदृढ़ करने के लिए कमर कस कर चुनावी रण में निकल चुके हैं।
रईस अंसारी व उनकी धर्मपत्नी पूर्व में भी नगर पालिका परिषद के चेयरमैन रह चुके हैं जिससे जनता के मध्य उनका पूर्व परिचय ही पर्याप्त है।निकाय चुनाव की तिथि ज्यों ज्यों नज़दीक आ रही है दावेदार भी जनता में अपनी पकड़ बनाने का ऐड़ी चोटी का ज़ोर लगा रहे हैं, निर्दलीय प्रत्याशियों में भी खासा उत्साह है।
बसपा के प्रत्याशी की घोषणा के बाद से सपा और भाजपा के दावेदारों में काफी उतावलापन साफ़ झलकता दिख रहा है लेकिन फिर सभी प्रत्याशी और दावेदार इस चुनावी रण में अपनी तरफ से हर पैतरे को आज़माने में कोई कसर नही छोड़ रहे हैं। अब फैसला जनता ही करेगी जिसका निर्णय भविष्य के गर्भ में सुरक्षित है।
[स्रोत- लवकुश सिंह]