उत्तर प्रदेश की कमान योगी आदित्यनाथ ने संभाल ली, रविवार को स्मृति उपवान में राज्यपाल राम नाईक ने योगी आदित्यनाथ को सीएम पद की शपथ दिलाई, केशव प्रसाद मौर्य, दिनेश शर्मा यूपी के डिप्टी सीएम बने. योगी आदित्यनाथ, 2 डिप्टी सीएम समेत 47 मंत्रियों ने शपथ ली.
शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह, लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, मनोहर पर्रिकर, चंद्रबाबू नायडू, उमा भारती समेत बीजेपी के प्रमुख नेता उपस्थित थे, कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव भी शामिल थे.
15 साल के बाद सरकार में सिर्फ 1 मुस्लिम, 19 प्रतिशत बाहरी और 61 प्रतिशत नए चेहरे मंत्री बने. अखिलेश के समय 15 मुस्लिम मंत्री थे. 2002 की राजनाथ सरकार के बाद यह पहला मौका था जब सिर्फ एक मुस्लिम मंत्री बनाया गया
गौरतलब है की दूसरे दलों से आए 9 नेताओं को मंत्री बनाया गया, इसमें 6 बीएसपी से आए थे. 2 कांग्रेस और 1 एसपी से आए थे. रीता बहुगुणा, नंद गोपाल कांग्रेस से, स्वामी मौर्य, दारा धर्मसिंह, बृजेश पाठक, लक्ष्मी चौधरी, अनिल राजभर, बीएसपी से और एसपी बघेला समाजवादी पार्टी से आए थे.
योगी सरकार में 36 प्रतिशत पिछड़े वर्ग के, 55 प्रतिशत सामान्य वर्ग के और 13 प्रतिश दलित वर्ग के शामिल हैं. मंत्रिमंडल में 26 साल के संदीप सबसे युवा, 73 साल के राजेश अग्रवाल सबसे बुजुर्ग मंत्री शामिल हैं, और 29 नेता पहली बार मंत्री बने, योगी सरकार में 35 मंत्री करोड़पति हैं, सीएम योगी आदित्यनाथ की संपत्ति 72 लाख है, 6 मंत्री लखपति हैं, सबसे अमीर नंदगोपाल के पास 58 करोड़ संपत्ति है.
सीएम पद की शपथ लेने के बाद आयोजित परिचय बैठक में योगी आदित्यनाथ ने सभी मंत्रियों की आय का ब्योरा मांगा है, इस बार में सीएम का कहना है की भ्रष्टाचार को पूरी तरह से खत्म करना हमारी प्राथमिकता है.