भारतीय परंपराओं के अनुसार बिना शंख बजे कोई भी पूजा संपूर्ण नहीं मानी जाती और इसका सीधा संबंध श्री कृष्ण से भी जुड़ा हुआ है. शंख बजाने से ना केवल वातावरण शुद्ध होता है बल्कि सकारात्मक ऊर्जा का भी संचारण करता है शंख केवल पूजा में ही महत्व नहीं रखता बल्कि हमारे स्वास्थ्य के लिए भी बहुत लाभकारी है आइए आपको बताते हैं कि किस प्रकार शंख हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है-[Image Source: Topyaps]
चेहरे की झुर्रियां होती हैं खत्म
अगर आप चेहरे की झुर्रियों की समस्याओं से परेशान है तो आप शंख बजाना शुरू करें क्योंकि जब आप शंख बजाते हैं तो आपके चेहरे की मांसपेशियों में खिंचाव होता है जिससे फाइन लाइंस खुद-ब-खुद दूर होने लगती हैं जिससे आपका चेहरा झुर्रियों रहित नजर आएगा.
तनाव को रखे कोसों दूर
जब आप शंख बजाते हैं तो शंख बजाते समय दिमाग से सारे विचार दूर हो जाते हैं जिससे हमको तनाव से मुक्ति मिलती हैं.
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नकारात्मकता को भगाये
शंख वातावरण को भी शुद्ध रखता हैं क्योकि शंख बजाने से ओम की ध्वनि निकलती हैं जो नकारात्मकता को आपके आस पास भी भटकने देती. जिन घरो में नित्य शंख बजता हैं वह नकारात्मकता का नमो निशान भी नहीं होता हैं.
दिल के दौरे का रामबाण इलाज
अगर आप नियमित रूप से शंख बजाते हैं तो आपको कभी बी ही हार्ट अटैक नहीं आ सकता क्योंकि शंख बजाने से आपके सरे ब्लॉकेज खुल जाते हैं और साथ ही बार-बार श्वास भरकर छोड़ने फेफड़े भी स्वस्थ रहते हैं.
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हकलाहट होगी दूर
अगर कोई बच्चा हकलाता हैं तो उससे रोजाना शंख बजबाने से उसकी हकलाहट का इलाज भी किया जा सकता हैं
इन बातो का रखे ध्यान
1. शंख बजाने का एक खाश तरीका होता हैं अगर आप शंख बजने में लापरवाही बरत रहे हैं तो ये आपके लिए नुकसानदेह हो सकता हैं. गलत तरिके से शंख बजने से आपके कान और आँख की मांसपेशियों को नुकसान हो सकता हैं इसलिए किसी विशेषज्ञ से शंख बजाना सीखे.
2. शंख बजाते समय मुँह से साँस न ले क्योकि मुँह से लिया साँस पेट में जाता हैं जो हवा को बरक़रार रखने के लिए उपयुक्त नहीं हैं.
3. यदि आप उच्च रक्तचाप, हर्निया या मोतियाबिंद आदि बीमारी से ग्रस्त हैं तो शंख न बजाये.