संपूर्ण हिंदुस्तान के दिमाग और जुबान पर एक ही नाम अटका हुआ है जिसका नाम है पंजाब नेशनल बैंक घोटाला और जिसको लेकर सनसनी थमने का नाम नहीं ले रही है और थमे भी कैसे रुपए भी तो 11,400 करोड़ है. जी हां पंजाब नेशनल बैंक में 11400 करोड रुपए का घोटाला हुआ है. इस घोटाले के साथ पंजाब नेशनल बैंक देश के सबसे बड़े घोटालों का शिकार बन गया है.जैसे ही यह बात पंजाब नेशनल बैंक ने बुधवार को स्टॉक मार्केट को दी तो मुंबई ब्रांच सहित पूरा देश इस घोटाले से हिल गया हलाकि एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट ने डायमंड कारोबारी नीरव मोदी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज करते हुए नीरव मोदी सहित उनके सभी रिश्तेदारों पर यह केस दायर किया और गुरुवार से ही ईडी ने देशभर में दर्जनों जगहों पर छापेमारी की.
आइए आपको बताते हैं यह घोटाला कैसे हुआ
14400 करोड रुपए के घोटाले की शुरुआत 7 साल पहले से हो चुकी थी. मुंबई में पंजाब नेशनल बैंक के ब्रैडी हाउस ब्रांच में एक लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LoU) खोला गया था. अब सवाल आता है कि यह (LoU) क्या है? (LoU) एक तरह की बैंक गारंटी होती है जिसके अंतर्गत मैं इस बात पर सहमति जाहिर करता है कि क्लाइंट के लोन पर इंटरेस्ट और प्रिंसिपल के पेमेंट पर कोई शर्त नहीं होगी.
क्या होता है जब (LoU) का गलत इस्तेमाल किया जाता है
वैसे तो जब (LoU) का गलत इस्तेमाल किया जाता है तो बैंक को11400 करोड़ का चूना लग जाता मगर आपकी जानकारी के लिए बता दें कि PNB का डिप्टी मैनेजर गोकुलनाथ शेट्टी पर कथित तौर से आरोप लगा है कि गोकुलनाथ ने SWIFT मैसेज इन सिस्टम का गलत इस्तेमाल किया है इस मैसेजिंग सिस्टम के जरिए बैंक विदेश में लेनदेन करते हैं और इसी के जरिए बैंक (LoU) करने से पहले गारंटी को सत्यापित करते हैं. इसी की सत्यापित और प्रमाणिकता के आधार पर कई भारतीय बैंकों की विदेशी ब्रांच विदेशी मुद्रा में लोन देती हैं.
क्या इस बात का अन्य बैंकों पर भी होगा असर
जी हां इस घोटाले का भारत के कई अन्य बैंकों पर भी असर होगा अगर स्पष्ट रूप से बात कही जाए तो भारतीय बैंकों के फौरन ब्रांच पर इसका बहुत असर पड़ेगा जिन्होंने (LoU) के आधार पर लोन दिया है. और आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पंजाब नेशनल बैंक इस बात की कोई भी जिम्मेदारी नहीं ले रहा है और वह प्रत्येक (LoU) को जारी बता रहा है.
हालांकि घोटाले के बाद पंजाब नेशनल बैंक ने एक्शन लेते हुए अपने 10 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है मगर मामला अब सीबीआई और ईडी के हवाले पहुंचा दिया गया है देखना यह है कि आगे इस घोटाले का क्या होता है हालांकि अभी तक के सारे घोटाले दुनिया के सामने है और क्या उनमें हुआ है यह भी दुनिया के सामने है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें इस बात का खुलासा तब हुआ जब जनवरी के शुरुआत में (LoU) मैच्योर हुआ और विदेशी ब्रांच के पास लोन की रकम वापस नहीं आई इस बात से सकते में आई विदेशी ब्रांच ने पंजाब नेशनल बैंक को इसकी खबर दी तब मालूम चला कि सहारे (LoU) जाली हैं और इस तरह पंजाब नेशनल बैंक को 11400 करोड रुपए का करारा चपत लगा.