पहली मई से पेट्रोल-डीजल की कीमतें हर रोज बदलेंगी. यह बदलाव अंतरराष्ट्रीय मूल्यों की तर्ज पर होगा. अधिकांश विकसित देशों के बाजारों में इनके दाम रोजाना बदलते हैं. सरकारी तेल कंपनियां शुरुआत में यह व्यवस्था पांच शहरों- उदयपुर, जमशेदपुर, चंडीगढ़, पुडुचेरी और विशाखापत्तनम में लागू कर रही हैं. बाद में धीरे-धीरे इसे पूरे देश में लागू कर दिया जाएगा. इंडियन ऑयल के चेयरमैन बी अशोक ने यह जानकारी दी.
फिलहाल तीनों सरकारी तेल कंपनियां- इंडियन ऑयल, हिंदुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम हर पखवाड़े यानी महीने की पहली और 16 तारीख को दोनों ईंधन कीमतों की समीक्षा करती हैं. इन तीनों के पास करीब 58,000 पेट्रोल पंप यानी हैं. यानी सरकारी कंपनियों की हिस्सेदारी 95 फीसद से ज्यादा है. अशोक ने कहा, ‘अब अंतत: देश भर में हर पेट्रोल पंप पर हम बाजार आधारित दैनिक दरों की ओर बढ़ रहे हैं. यह पायलट प्रोजेक्ट सफल रहता है तो इसे बाकी देश में भी लागू किया जाएगा.
इस फैसले के बाद अब कच्चे तेल (क्रूड) की मौजूदा लागत के हिसाब से पेट्रोल व डीजल के दाम तय होंगे. अभी क्रूड के पंद्रह दिनों के औसत मूल्यों के आधार पर दोनों ईंधनों के दाम तय किए जाते हैं. नियंत्रणमुक्त किए जाने के बाद से पेट्रोल-डीजल कीमतों के निर्धारण में सरकार की पहले ही भूमिका नहीं रह गई है. इसके बावजूद कंपनियों के फैसलों पर राजनीतिक असर रहता है.
















































