21 जनवरी को ब्रज क्षेत्र कार्यालय पर किसान मोर्चा की बैठक हुई जिसमें किसानो की बातों को लेकर बार्ता हुई कि किसानों की जो समस्या हैं उनके लिए बार्ता की गयी. बैठक में सन्तोष सिकरबार, कोमल सिहं सिकरबार, पंकज चौहान, बब्लू चौहान, श्याम सुन्दर परमार आदि उपस्थित रहे.आगरा का किसान सबसे ज्यादा आलू की खेती करता है जिससे सबसे ज्यादा लोग आलू की खेती पर निर्भर रहते है और आज की तारीख में किसानों का आलू सडक पर फेका जा रहा है क्योंकि सरकार ने आलू की कीमत इतनी कम रखी कि उससे आलू किसान की लागत भी नहीं निकल रही हैं.
बैठक में यह चर्चा चली थी कि किस तरह से इस समस्या का हल निकाला जा सकता है जो कीमत सरकार को कट्टे की बताई गई थी वह कीमत उत्तर प्रदेश सरकार ने बोरी की रखदी थी अब इस में सुधार किया जायेगा और बोरे की कीमत को कट्टे की कीमत किया जाएगा. जिससे किसानों को सही कीमत मिल पायेगी और भी कई सुधार करने की बात कही गई हैं.
आलू के कम दाम के मिलते पहले भी आलू किसान आलू को सड़को पर फेंक चुके हैं क्योकि किसानो का कहना हैं कि कजिस प्रकार से आलू का काम दाम मिल रहा हैं उस प्रकार से तो हम बर्बाद होने वाले हैं. ऐसे में हम आलू को सड़को पर फेंके या कुछ और दोनों ही सूरतो में हमारा(किसानो) का बर्बाद होना तय हैं.
[स्रोत- बबलू चौहान]