हरदोई- जनपद के अहिरोरी की ग्राम पंचायत बक्सा पुर में तैनात ग्राम पंचायत अधिकारी रजनीश वर्मा द्वारा घोर अनिमितताये की गई। ग्राम पंचायत अधिकारी ने शौचालय मरम्मत, सरकारी हैण्डपम्प रिबोर करने में लाखो रुपये का गोल माल किया है जिसका खुलासा सूचना का अधिकार के तहत माँगी गई सूचानओ में दी गई जानकारी से हुआ।
जिस प्रकार एक ही शौचालय और एक ही हैण्डपम्प को मरम्मत और रिबोर का कई बार धन निकाल कर ग्राम पंचायत अधिकारी और प्रधान ने सरकारी धन का बंदरबाँट कर आपस में बाँट लिया। माँगी गई सूचनाओ में कुछ इस प्रकार से ग्राम पंचायत अधिकारी ने रिपोर्ट में निकाले गये धन का विवरण दिया है।
मालूम हो कि वर्ष 2015 से 2 दिसंबर 2017 तक इंडिया मार्क हैंड पंप पर नल रिबोर पर व्यय धनराशि 29 हजार 950 रु, प्रधान के मानदेय पर खर्च राशि 22 हज़ार 500 रु, प्रशासनिक व निर्वाचन के समय लाइट व्यवस्था करने हेतु 14 हज़ार 387 रुपए दिखाया, स्ट्रीट लाइट स्थापन में दो लाख 8 हजार रुपए गया है।
वही प्राइमरी पाठशाला बक्सापुर के शौचालय मरम्मत हेतु 34 हज़ार 632 रुपए, इंडिया मार्का हैंडपंप के मरम्मत हेतु 29 हजार 875 रुपए, इंडिया मार्का हैंड पंप रिबोर हेतु धनराशि 53 हजार रुपए दर्शाई गई है। वही प्राइमरी पाठशाला दौलतपुर में शौचालय मरम्मत हेतु 32 हजार 770 रुपए व्यय होना दर्शाया गया है।
महत्वपूर्ण हो कि नल रिबोर और शौचालय मरम्मत के नाम पर इतनी सारी धनराशि पहले ही निकालकर बंदरबांट कर ली गई किंतु शौचालयों की दशा जस की तस रही। शिकायत की आशंका को देखते हुए ग्राम पंचायत अधिकारी रजनीश वर्मा द्वारा शौचालयकी मरम्मत का कार्य अब कराया जा रहा है। जिसके साक्ष्य मौजूद हैं ।
रजनीश वर्मा ने आवास आवंटन में भी भ्राष्टाचार किया है जिसका भी विवरण कुछ इस प्रकार है वर्ष 2015 से लेकर अब तक प्रधानमंत्री आवास योजना में 8 आवास ही स्वीकृत किए गए हैं । इनमें गंगाराम पुत्र सूखा, शांति पत्नी रघुनंदन, लंका लमनु पुत्र भभूति, रानी पत्नी अर्जुन, छबीली पत्नी शहजादे, रामसखी पत्नी रामअवतार, माया पत्नी नेपाल, शिव पति पत्नी शिवलाल आदि को आवंटित किए गए थे।बताते चले कि शौचालय मरम्मत और नल रिबोर के नाम पर इन पैसों को पूर्व में ही निकाला जा चुका है और प्रधान तथा रजनीश वर्मा द्वारा पैसों का बंदरबांट किया गया है।
जब इसकी सूचना साक्ष्यों सहित ली गई तो इसकी भनक लगते ही ग्राम पंचायत अधिकारी द्वारा शौचालयों के मरम्मत की खानापूर्ति की जा रही है। जब इस सम्बंध में ग्राम पंचायत अधिकारी से बात की गई तो उन्होने कोई भी जवाब सही नही दे पाये और कहा, शौचालय खराब हो गए तो उसका टिप टॉप करवाया जा रहा है । प्रश्न यह उठता है कि यदि जिम्मेदार अधिकारी इन व्यय किए गए मदों की जाँच, भौतिक सत्यापन करा लिया जाए तो इनकी कारगुजारी सामने आ सकती है।
इसके पहले भी इन पर आरोप लग चुके हैं इस मामले को लेकर योगीसेना के जिलाध्यक्ष शिवेंद्र शुक्ला ने इस प्रकरण की जाँच करा कर भ्रष्ट ग्राम पंचायत अधिकारी को बर्खास्त किये जाने की माँग की है।शिवेंद्र ने कहा की जब अधिकारी इस प्रकार से भ्रष्टाचार में डूबे है तो कैसे होगा भ्रष्टाचार मुक्त उत्तर प्रदेश। जिलाध्यक्ष ने जाँच करा कर कार्यवाही की माँग की है।
[स्रोत- लवकुश सिंह]