- भूख और लालसा में वृद्धि:
जब कोर्टिसोल का स्तर बढ़ता है, तो शरीर को अतिरिक्त ऊर्जा की आवश्यकता महसूस होती है। इसके परिणामस्वरूप आपको मीठा और वसा युक्त खाद्य पदार्थ खाने की तीव्र इच्छा होती है।
- पेट की चर्बी का जमाव:
कोर्टिसोल मुख्य रूप से पेट के चारों ओर चर्बी जमा करता है। यह न केवल वजन बढ़ने का कारण बनता है, बल्कि हृदय रोग और डायबिटीज जैसी समस्याओं का जोखिम भी बढ़ाता है।
- मेटाबॉलिज्म पर प्रभाव:
उच्च कोर्टिसोल स्तर मेटाबॉलिज्म को धीमा कर देता है। इससे शरीर में कैलोरी जलने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है और वसा तेजी से जमा होती है।
- नींद पर असर:
तनाव के कारण नींद की गुणवत्ता खराब हो सकती है। नींद की कमी कोर्टिसोल के स्तर को और बढ़ा देती है, जिससे वजन बढ़ने का चक्र चलता रहता है।
वजन बढ़ने से बचने के उपाय:
- तनाव को प्रबंधित करें:
योग, ध्यान और गहरी सांस लेने की तकनीक अपनाएं। ये तनाव को कम करने में मदद करते हैं।
- संतुलित आहार लें:
फाइबर, प्रोटीन और कम कैलोरी वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें। जंक फूड और अत्यधिक मीठे खाद्य पदार्थों से बचें।
- नियमित व्यायाम करें:
रोजाना कम से कम 30 मिनट तक व्यायाम करें। यह कोर्टिसोल के स्तर को नियंत्रित करने और वजन घटाने में मदद करता है।
- पर्याप्त नींद लें:
हर दिन 7-8 घंटे की नींद लें। यह शरीर को तनाव से उबरने में मदद करता है और वजन नियंत्रित रहता है।
निष्कर्ष:
कोर्टिसोल का उच्च स्तर हमारे शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है, लेकिन इसे नियंत्रण में रखना संभव है। सही खानपान, व्यायाम और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर आप न केवल अपने वजन को नियंत्रित रख सकते हैं, बल्कि तनाव से भी मुक्त रह सकते हैं। स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर कोर्टिसोल के प्रभाव को नियंत्रित किया जा सकता है और वजन बढ़ने से बचा जा सकता है।