हम देखते हैं कि नवजात बच्चे अचानक ही आधी रात में सोते-सोते उठकर चिल्लाने लगते हैं और पूरा घर इकट्ठा कर देते हैं. वैसे तो नवजात शिशु का रोना कोई बड़ी बात नहीं है, मगर क्या आपने कभी सोचा है कि इन नवजात शिशुओं का अचानक रोने का क्या कारण हो सकता है. हम में से कुछ लोगों को यह लगता है कि बच्चे अपनी बातों को सही तरीके से ना बोल पाने के कारण भूख लगने, पोटी लगने और पेट में दर्द इत्यादि होने की वजह से भी रोते हैं. मगर हर बार नवजात शिशु के रोने का असली वजह यह नहीं होता है.नवजात शिशुओं को पल भर भी अकेला छोड़ना खतरे से खाली नहीं होता है क्योंकि नवजात शिशु अपने किसी भी जरूरत को अपने आप पूरा नहीं कर पाते हैं और ना ही दूसरों से कह पाते हैं. इस बात का प्रभाव उनके दिनचर्या पर भी पड़ती है. इसीलिए कहा जाता है कि छोटे बच्चों को अपने आप से दूर नहीं रखना चाहिए और जितना हो सके. नवजात शिशुओं को उनके माता के पास ही रखना चाहिए ताकि माता उनकी शारीरिक क्रियाओं को देखते हुए उनके जरूरतों को बिना कहे समझ जाए और उनकी भूख को शांत कर उन्हें आराम की नींद सुला दे.
यदि आपका बच्चा भी रात में गहरी नींद से उठकर अचानक चिल्लाने लगता है तो अब चिंता की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि आज हम आपके सामने बच्चों के चिल्लाने के पीछे का राज बताने वाले हैं जिसके बाद आप भी अपने बच्चों को आराम की नींद सुला पाएंगे और खुद भी रात को चैन से सो सकेंगे.
भूख और छींक के कारण
जैसा हम सब जानते हैं कि छोटे बच्चों को भूख बहुत ज्यादा लगती है क्योंकि उनका पेट बहुत ही छोटा होता है जिस वजह से बच्चों को हर एक-दो घंटे पर स्तनपान कराना जरूरी होता है. इसलिए आधी रात में बच्चे के रोने का कारण यह भी हो सकता है. जिस कारण वह जोर से चिल्ला-चिल्ला कर अपनी माता को जगाने की कोशिश करते हैं. नवजात शिशुओं के रोने की वजह उनकी ठीक भी हो सकती है क्योंकि छींक के हमारे शरीर के सभी नसे पल भर के लिए रुक सी जाती है यहां तक कि हमारा ह्रदय भी एक सेकेंड के लिए फिर हो जाता है ऐसे में नवजात शिशु घबराकर जोर जोर से रोने लगता है.
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बिस्तर में गीलापन
नवजात शिशुओं के रोने की एक मुख्य वजह उनके बिस्तर का गीला रहना भी हो सकता है अक्सर हम देखते हैं कि बच्चे जब पेशाब कर देते हैं और उसके तुरंत बाद ही वह चिल्लाने लगते हैं क्योंकि उनका बिस्तर गीला हो चुका होता है. वह वहां से उठना चाहते हैं मगर अपने आप नहीं उठ पाते हैं इसलिए वह चिल्लाकर माता को इशारा करते हैं कि वह उनको वहां से उठा ले.
असुरक्षित महसूस करना
कई बार बच्चों को लगता है कि वह अकेले हैं और सुरक्षित नहीं है इस वजह से भी वह जोर-जोर से चिल्लाने लगते हैं और किसी को अपने पास बुलाने लगते हैं. हमने देखा भी है कि यदि हम बच्चे के शरीर पर हाथ रख दे तो वह अचानक से चुप भी हो जाता है क्योंकि उसे इसका एहसास हो जाता है कि वह अब सुरक्षित है इसलिए बच्चों को अकेला नहीं छोड़ना चाहिए.
डरावने सपने
कई बार बच्चे आराम से सोते सोते मुस्कुरा रहे होते हैं तो कई बार वह अचानक चिल्लाना भी शुरू कर देते हैं बच्चों के यूं अचानक से घबराने और चिल्लाने का कारण सपना भी हो सकता है जिसके कारण वह थोड़ी देर पहले खुश होते हैं और अचानक से चिल्लाने लगते हैं इसलिए कहा जाता है कि माता को अपने बच्चे के साथ उसके साए की तरह रहना चाहिए जिससे बच्चे अपने आपको अकेला वह असुरक्षित महसूस ना करें.