कृषि विभाग की ओर से बकाया 11 लाख के बिल के लिए ठेकेदार कृषि कार्यालय के चक्कर लगा रहा था उक्त बिल अदायगी के लिए कार्यालय में कार्यरत सहायक कृषि अधिकारी के पति के माध्यम से 1 लाख 60 हजार की रिश्वत मांगी गई जिस की शिकायत ठेकेदार ने अकोला एसीबी के पास दर्ज करने पर विभाग में जाल बिछाकर तहसील कृषि अधिकारी महिला सहायक कृषि अधिकारी व उसके पति को गिरफ्तार कर लिया है अकोट निवासी 27 वर्षीय व्यक्ति ने अकोला एसीबी के पास शिकायत दर्ज कराई थी.
जिसमें कहा गया है कि वह निजी ठेकेदार का काम करता है वर्ष 2017 में कुल तहसील में कृषि विभाग के जलयुक्त शिवार योजना के अंतर्गत सिमेंट नाला का निर्माण किया था इस काम का बिल 11 लाख रूपय था उक्त बिल अदायगी की मांग तहसील कृषि अधिकारी मंगेश अरुन ठाकरे के पास की गई उक्त बिल अदा करने के लिए 1 लाख 60 हजार रिश्वत मांगी गई.
इस रिश्वतखोरी में कार्यालय में कार्यरत महिला सहायक कृषि अधिकारी वनमाला प्रभुदास के पति प्रभुदास कडुजी सुरत्ने को मध्यस्थता की भुमिका निभा रहे थे नियमानुसार काम करने के बावजूद भी मांगी जा रही रिश्वत गैरकानूनी होने के कारण ठेकेदार ने इस बात की शिकायत अकोला भ्रष्टाचार निरोधक एसीबी के पास दर्ज कराई शिकायत की जांच एसीबी ने 16 मार्च को करने के बाद अकोला एसीबी के उपविभागीय अधिकारी संजय गोरले ने आरोपियों को रंगे हाथ गिरफ्तार करने के लिए जाल बिछाया शनिवार की दोपहर 2:00 बजे शिकायतकर्ता से नगर 60 हजार तथा हस्ताक्षर किया हुआ एक लाख का कोरा धनादेश (चेक) तहसील कृषि अधिकारी द्वारा लेते हुए.
पीड़ित ने दल को इशारा कर दिया जिससे दल ने तहसील कृषि अधिकारी समेत सहायक कृषि अधिकारी वनमाला उत्तमराव भास्कर उर्फ प्रभुदास सुरत्ने तथा उनके पति पत्नी प्रभुदास कडुजी सुरत्ने को गिरफ्तार कर लिया आरोपियों के पास से दल ने नकद समेत धनादेश जप्त किया उक्त कार्रवाई अमरावती एसीबी के पोलिस अधिक्षक श्रीकांत धिवरे के मार्गदर्शन में संतोष दहिहंडे, सुनिल राऊत, राजेश इंगळे, सुनिल येलोणे तथा महिला पोलिस कर्मचारी निशीदिन धर्माले ने कार्रवाई को अंजाम दिया.
[स्रोत- शब्बीर खान]