दिल्ली में चोरी की वारदातें इतनी बढ़ चुकी है कि चोरों ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी नहीं छोड़ा. चोरों ने अरविंद केजरीवाल की पसंदीदा ब्लू वैगनआर को सेक्रेटेरिएट के पास से गुल कर दिया है. दिल्ली के मुख्यमंत्री की गाड़ी चोरी होने की खबर एनआईए ने अपने ट्विटर हैंडल से शेयर की.[Image Source: UniIndia]
यह केवल एक चोरी की घटना नहीं है यह एक दिल्ली सरकार के मुंह पर तमाचा है. तमाचा है उन लाखों करोड़ों गरीबों का जिनके घर आए दिन चोरी होती रहती है और उनके ऊपर कोई कार्यवाही नहीं की जाती या फिर पुलिस अधिकारियों द्वारा यह क्या कर दिया जाता है कि ऐसा कैसे हो सकता है.
शायद यह उस बात का सबूत है कि आए दिन हो रही वारदातें बिल्कुल सही है और इसका खामियाजा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी भुगतना पड़ा. केंद्रीय सचिवालय के पास से अरविंद केजरीवाल की नीले रंग की मारुति सुजुकी वैगनआर चोरों ने साफ कर दी है.
Delhi: Chief Minister Arvind Kejriwal's Blue Wagon R stolen near Secretariat
— ANI (@ANI) October 12, 2017
प्रशासन भी इस बात से सकते में है कि ऐसा कैसे हो सकता है कोई मुख्यमंत्री की कार कैसे चुरा सकता है और जाहिर होते हैं चोरों के बुलंद हौसले. इस बात से पता चलता है कि चोरों के हौसले कितने बुलंद हो चुके हैं जो मुख्यमंत्री तक की गाड़ियों को भी नहीं छोड़ रहे हैं. तो ऐसे में आम जनता किस प्रकार सुरक्षित हो सकती है यह सोचने वाली बात है.
चोरी के बाद दिल्ली सरकार पर तरह तरह के सवाल खड़े किए जा रहे हैं. इनमें उन लोगों के सवाल ज्यादा हैं जिनकी चोरी हुए सामान अभी तक नहीं मिले हैं आए दिन मोबाइल फोन की घटना तो आम बात हो गई है कोई भी हाथ में से छीन कर भाग जाता है ना केवल मोबाइल बल्कि सड़कों पर गाड़ियां तक लूटी जा रही हैं मगर किसी भी घटना पर कोई कार्यवाही ढंग से नहीं की जा रही है.
अब देखना यह है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पसंदीदा ब्लू वैगनआर मिल पाती है या नहीं. अगर मुख्यमंत्री की कार मिल सकती है तो जनता का सीधा सवाल यह होगा कि जब मुख्यमंत्री की कार मिल सकती है तो हमारे सामान क्यों नहीं मिल सकते?
बात केवल यहीं खत्म नहीं हो जाती है बात यहां पर यह भी है अगर पुलिस प्रशासन दिल्ली के मुख्यमंत्री की गाड़ी नहीं ढूंढ सकते तो आम जनता की हिफाजत क्या खाक करेंगे.