एकदिवसीय मैच में दोहरा शतक लगाना काफी मुश्किल काम है मगर कुछ ऐसे बल्लेबाज भी हैं जो ऐसा कारनामा तीन-तीन बार कर चुके हैं. अगर बात करें भारत के विस्फोटक बल्लेबाज रोहित शर्मा की तो रोहित शर्मा तीन बार दोहरा शतक बना चुके हैं जिनमें उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन श्रीलंका के खिलाफ 173 गेंदों में 264 रन बनाने का है. मगर कुछ ऐसे बल्लेबाज भी हैं जिन्हें किस्मत इस रिकॉर्ड के पास तक तो लेकर आई मगर उनका यह सपना कभी पूरा नहीं होने दिया.पांच खिलाड़ी जो पहुंचे दोहरे शतक के करीब मगर नहीं बना पाए रिकॉर्ड
चार्ल्स केविन कोवेन्ट्री: इस लिस्ट में सबसे पहले नाम आता है जिंबाब्वे के चार्ल्स केविन कोवेन्ट्री का. चार्ल्स केविन कोवेन्ट्री ने बांग्लादेश के खिलाफ 16 अगस्त 2009 में अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए 156 गेंदों में 194 रनों की नाबाद पारी खेली जिसमें के 16 चौके और 7 छक्के शामिल रहे. 200 रनों के इतने करीब पहुंचने के बाद किस्मत ने चार्ल्स केविन कोवेन्ट्री को दोबारा कभी ऐसा मौका नहीं दिया.
सईद अनवर: पाकिस्तान के बेहतरीन बल्लेबाजों में एक शहीद अनवर भी दोहरे शतक के बहुत करीब पहुंचने के बावजूद कभी भी इस रिकॉर्ड को छूने में कामयाब नहीं हुए. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शहीद अनवर ने भारत के खिलाफ अपनी खतरनाक बल्लेबाजी से 22 चौकों और 5 छक्कों की मदद से 146 गेंदों में 194 रनों की दमदार पारी खेली मगर यह भी दोहरा शतक बनाने में कभी कामयाब नहीं हुए.
सर विव रिचर्ड्स: तीसरे नंबर पर हैं वेस्टइंडीज के विव रिचर्ड्स, विव रिचर्ड्स ने इंग्लैंड के खिलाफ धुआंधार पारी खेलते हुए 21 चौकों और 5 छक्कों की मदद से 170 गेंदों में 189 रन बनाए मगर यह भी कभी भी दोहरा शतक बनाने में कामयाब नहीं हुए.
सनत जयसूर्या: दुनिया के खतरनाक बल्लेबाजों में गिने जाने वाले सनत जयसूर्या भी दोहरे शतक का रिकॉर्ड अपने नाम करने में नाकाम रहे. अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी और ताकत के दम पर गेंद को बाउंड्री लाइन से पार पहुंचाने वाले सनत जयसूर्या ने सन 2000 में भारत के खिलाफ बल्लेबाजी करते 161 गेंदों पर 21 चौके और 4 छक्कों की मदद से 189 रनों की पारी खेली. इस दिन के बाद किस्मत ने कभी भी सनत जयसूर्या दोहरे शतक के को इतने करीब पहुंचने का मौका नहीं दिया
गैरी कर्स्ट: पूर्व दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटर गैरी कर्स्ट भी दोहरे शतक के करीब पहुंचने के बावजूद कभी भी दोहरा शतक नहीं बना सके. गैरी ने 16 फरवरी सन 1996 में U.A.E. के खिलाफ बल्लेबाजी करते हुए 159 गेंदों में 188 रनों की नाबाद पारी खेली. इस पारी में गैरी ने 13 चौके और 4 छक्के लगाए मगर गैरी भी कभी 200 का आंकड़ा नहीं छू पाये.