श्रीगंगानगर के पदमपुर के पास गांव 18 बीबी के युवाओं ने लोहड़ी व मकर संक्रान्ति पर गुरुद्वारा साहिब में गुरु ग्रंथ साहिब की ओट लेकर रक्तदान शिविर लगाया जिसमें तीन दर्जन से अधिक युवाओं व बुजुर्गो द्रारा स्वेच्छा से रक्त का दान कर पर्व उत्साहपूर्वक मनाते हुयें बताया की ऐसे मानव सेवा के कार्यो के प्रति हमेशा समर्पित भावना रखना एक अच्छी सौच का परिनाम है ।
निर्मल सिंह खालसा ने कहा की आज का युवा दिशा हीन होकर नशाखोरी में अपना सुन्दर शरीर तबाह कर रहा है । वंही ऐसे भी युवा है जो हरदम जनहित के कार्यो में हमेशा आगे बढचढ कर अपना विशेष योगदान देने में आगे सदेव रहते ह्रै ।
सुरजीत सिंह ने रक्तदाताओं का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि पहली बार गांव में शिविर लगाकर अपनी स्वेच्छा से रक्त का महान दान किया ताकि वह रक्त किसी जरूरत मद के काम आ सके । मानव कल्यान के कार्य में भविष्य में भी अपनी सहभागिता निभाते हुयें सामाजिक कार्यो को अपने हाथो में लेगें ।
सुखजिन्द्र सिंह ने बताया कि रक्तदान करते सभी ने बड़ा गर्व महसूस करते हुयें परम्परा को आगें भी जारी रखने का संकल्प लिया । लखविन्द्र सिंह बब्बू ने रक्तदान सबसे बड़ा महान दान बताया कि जरूरतमंद व्यक्ति को नवजीवन देने का कार्य करता है ।
जिसका मुल्य नही आंका जा सकता । आैर रक्तदान देकर आत्मिक आंनद लिया जा सकता है । उन्होने तपोवन ब्लड बैक टीम प्रभारी विनोद सहारन व स्टाफ का आभार व्यक्त सम्मान के साथ किया ।
[स्रोत- सतनाम मांगट]