हरदोई- जिलाधिकारी श्री पुलकित खरे की तेज तर्रार कार्यशैली से परेशान होकर अधिकारी भागने लगे है मामला सीतापुर जिले में तैनात अल्पसंख्यक कल्याण विभाग अधिकारी हरिप्रसाद अम्बेडकर ने प्रमुख सचिव अल्पसंख्यक कल्याण एव वफ्फ़ बोर्ड को पत्र भेज कर अपने पद से त्याग पात्र दिया उन्हीने ने जिलाधिकारी पर आरोप लगा की जिलाधिकारी मुझे मानसिक रूप से परेशान करते है।
अल्पसंख्यक वर्ग के शादी अनुदान के 324 फ़ार्म के लिए मुझे कई बार दौडाया और स्वंय नहीं मिले और मुझे 30 तारीख को फिर बुलाया और कहा की तुम्हारी मौजूदगी में ही सभी फ़ार्म वेरिफाई किये जायेगे जिसके बाद मैं उनके कार्यालय पहुचा तो नहीं मिले और मै पुरे दिन भूखा प्यास वहां बैठा रहा और मेरी हालत खराब होगई इस लिए मैं अपने पद से त्याग पत्र दे रहा हूँ।
इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी हरदोई पुलकित खरे ने बताया की इनको कई बार बैठकों में बुलाया गया और ये बैठकों में नहीं पहुचते थे और सभी काम लिपिक को भेज कर कराना चाहते है। इस सम्बन्ध में पूर्व में जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने भी हरिप्रसाद अम्बेडकर को पत्र लिख चुकी थी लेकिन अपनी आदतों में कोई परिवर्तन नहीं ला रहे थे।
इस सब के विपरीत जिलाधिकारी हरदोई की कार्यशैली से पुरे में चर्चे है और एक तेज तर्रार छवि और जनता के बीच मिलनसार जिलाधिकारी पर लगाए गाये आरोप पर जनपद निवासी भी हैरान है। जिलाधिकारी हरदोई की कार्यशैली की पुरे जिले में प्रशंसा हो रही है।
लोगो के अनुसार जिलाधिकारी की कार्यशैली उनके कार्य करने के तरीके से भ्रष्ट काम चोर अधिकारी पचा नहीं पा रहे है इसी लिए सब आरोप लगाए जा रहे है बताते चले की सीतापुर के अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी हरदोई जनपद से है हरदोई में लम्बे वक़्त से नदारद थे अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, तमाम शिकायतों के बाद जब डीएम ने लगाई क्लॉस, तो अफ़सर ने लगाया मानसिक प्रताड़ना का आरोप। इससे पहले भी अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को 19 दिसम्बर को लापरवाही के चलते जारी किया गया था नोटिस, तत्कालीन डीएम शुभ्रा सक्सेना ने मांगा था स्पष्टीकरण।
[स्रोत- लवकुश सिंह]