अकोला में इस मौसम के दौरान नए मामले सामने आए हैं हाल ही में एक निजी अस्पताल में स्वाइन फ्लू का संदिग्ध मरीज पाया गया है दर्यापुर निवासी 45 वर्षीय मरीज इलाज के लिए भर्ती हुआ है वह मेरीज स्वाइन फ्लू का संदिग्ध बताया गया है हम सभी जानते हैं कि स्वाइन फ्लू का इलाज संभव है लेकिन अगर सही समय पर इलाज नहीं किया जाए तो यह वायरल इंसान की जान तक ले सकता हैं.
आगे चलकर बुखार और तेज हो जाता है खांसी और बुखार बढ जाता है और नियमोंमिया हो जाता है देखते ही देखते तो वह काम करना बंद कर देती है फेफड़ों पर अटैक हुआ तो दो आवाज अस्थमा जैसी हालत बन जाती है बल्कि कई बार उससे भी बुरे हाल इसका दिमाग पर भी असर होता है एच1 एन1 इन्फ्लुएंजा का स्वाइन फ्लू दरअसल 4 वायरस के संयोजन के कारण होता है.
यदि किसी जानवर में उसका एच1 एन1 इंसान का एच इन वन मिल जाए तो उसे स्वाइन फ्लू का खतरा बढ़ जाता है बढ़ रही स्वाइन फ्लू मरीजों की तादाद – शहर में स्वाइन फ्लू के मरीजों की तादाद बढ़ रही है प्राप्त जानकारी के अनुसार विगत दो-तीन माह में स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है इनमें से कुछ एक मरीज अपनी जान भी गंवा चुके हैं जब कि कई मरीजों का इलाज जारी है.
[स्रोत- शब्बीर खान]