पिछले सोमवार से आपने एक नाम जरूर सुना होगा चाहे वह अपने टीवी पर सुना हो चाहे अपने रेडियो पर सुना हो या आपने कहीं पर न्यूज़ पड़ी हो या फिर अपने फ्रेंड से सुना हो कि रामनाथ कोविंद को बीजेपी सरकार ने राष्ट्रपति पद उम्मीदवार के लिए उनका नाम घोषित कर दिया है.
अगले महीने राष्ट्रपति के चुनाव होंगे जिसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामनाथ कोविंद का नाम फाइनल कर दिया है एनडीए के लिए राष्ट्रपति पद के लिए उनके उम्मीदवार रामनाथ कोविंद ही होंगे.
एक बार फिर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह ने साबित कर दिया है कि जब वो कोई भी फैसले लेते हैं तो किसी को भी कानों कान खबर नहीं होती है जब फैसला हो जाता है और पब्लिक के सामने आता है तभी लोगों को पता चलता है कि सेंट्रल गवर्नमेंट ने यानि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने या बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह ने कोई फैसला लिया है.
पिछले कई दिनों से या यूं कहिए पिछले कुछ महीनों से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए नाम घोषित होने पर चर्चा हो रही थी किसका नाम घोषित किया जाए और किसका नहीं आम जनता को लग रहा था कि इस बार राष्ट्रपति पद के लिए लालकृष्ण आडवाणी का नाम आएगा किंतु ऐसा नहीं हो पाया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिर से बॉल पर छक्का लगाया और बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद को आने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए का उम्मीदवार घोषित कर दिया गत राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी आने वाली 24 जुलाई को अपना कार्यकाल पूरा कर रहे है.
आइए जानते हैं रामनाथ कोविंद के बारे में जो एनडीए की तरफ से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हैं-
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि रामनाथ कोविंद बहुत ही कम शब्दों का इस्तेमाल करते हैं जब वह बोलते हैं और बहुत ही शालीन स्वभाव के हैं…
1- रामनाथ कोविंद उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर के रहने वाले हैं और वह एक दलित परिवार से हैं.
2- रामनाथ कोविंद इससे पहले भाजपा से दो बार सांसद भी रह चुके हैं.
3- रामनाथ कोविंद इससे पहले भाजपा के लिए स्पोक्सपर्सन भी रह चुके हैं
4- रामनाथ कोविंद के संघ के साथ भी बहुत अच्छे रिश्ते हैं यानी भारतीय जनता पार्टी ने जिस उम्मीदवार का नाम घोषित किया है उससे संघ को कोई एतराज नहीं है यानी कि यह बात तो साफ़ है कि रामनाथ कोविंद का राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए नाम घोषित करना मोदी का कोई सोचा समझा कदम है
[ये भी पढ़े : केसरीनाथ त्रिपाठी ने बिहार के नए राज्यपाल का कार्यभार संभाला]
5- रामनाथ कोविंद एक बहुत ही साफ सुथरे पॉलिटिशियन हैं आज तक उनके खिलाफ कोई भी ऐसा मामला सामने नहीं आया है जिससे यह लगता है कि रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति उमीदवार नहीं बनना चाहिए या उनके राष्ट्रपति बनने पर किसी को भी ज्यादा आपत्ति होगी.
6- रामनाथ कोविंद इस समय बिहार के राज्यपाल थे 19 जून 2017 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जैसे ही उन्हें राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार घोषित किया तो 20 जून को उन्होंने बिहार के राज्यपाल पद से इस्तीफा दे दिया.