शिक्षक ज्ञान, समृद्धि और प्रकाश का एक बड़ा स्रोत होता है । इस दुनिया में शिक्षक के पेशे को सबसे अच्छे और आदर्श पेशे के रुप में माना जाता है क्योंकि शिक्षक किसी के जीवन को बनाने में निस्वार्थ भाव से अपनी सेवा देते हैं शिक्षक क्या है शी-शीलवान, क्ष-क्षमशील, क-कर्तृत्ववान. इसमें ये सभी गुण होंगे उसे आदर्श शिक्षक कहा जाता है ।
शिक्षक ने की गई अच्छे काम की नोंद होनी चाहिये. शिक्षक के अंदर के कलागुणों का विचार विमर्श प्रोत्साहन होना चाहिये ‘गुरू देतील जगाला आदर्श असा वसा घडवतील ते नागरिक सबल करण भारता’ श्रीराम सदाशिव मुरुमकर का जन्म एक खेतकरी परिवार में हुआ ।
गरिबी परिस्थिती होने के वजह से काम करके उन्होंने अपनी पढाई पुरी की और इस मुक्काम पे पहुंचाने में कामयाब हुए । उनके एक भाई डॉक्टर है । उनका नाम दत्तात्रय सदाशिव मुरुमकर है । और दुसरे भाई डॉक्टर भगवान सदाशिव मुरूमकर जामखेड पंचायत समिती के माजी सभापती रह चुके है । साकत पंचायत गण से अभी विद्यमान सदस्य है ।
उनके काम से प्रेरित होकार रयत शिक्षण संस्था के उपाध्यक्ष मा.अरुण कडू पाटिल इनके मातोश्री कै. शांताबाई पुंजाजी कडू इनके स्मरणार्थ दिया जानेवाला रयत शिक्षण संस्था का उत्तर विभागीय ‘उपक्रमशील मुख्याध्यापक’ पुरस्कार श्रीराम सदाशिव मुरुमकर को हो गया जाहीर 19 जनवरी 2018 को दोपहर 2:30 बजे रयत संकुल सात्रळ, ता. राहुरी जि. अहमदनगर में रयत शिक्षण संस्था के अध्यक्ष एवंम राष्ट्रवादी कॉग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री. शरद पवार साहाब उनके हाथों से प्रदान किया जायेगा ।
श्रीराम सदाशिव मुरुमकर रयत शिक्षण संस्था के न्यू इंग्लिश स्कूल खर्डा में मुख्याध्यापक के पद पे काम करते है । शिक्षक कमिटी, साकत गांव के ग्रामस्थ उपस्तिथ रहकर कार्यक्रम शोभा बढनी होगी । साकत गांव के सभी शिक्षक, डॉक्टर, प्रोफेसर, सभी राजकीय, सामाजिक, कला, क्रीडा, के संबंधित लोगों ने उन्हें हार्दिक शुभकामनये दी । उनको सभी स्तर से शुभेछ्याचा का वर्षाव हो रहा है ।
[स्रोत- बाळू राऊत]