गत रात्रि पेट्रोल और डीजल के दामों में ₹2 की घटोतरी करने के बाद भी देश की जनता में आक्रोश भरा हुआ है. पेट्रोल और डीजल के दामों में ₹2 की घटोतरी ऊंट के मुंह में जीरा वाली कहावत को सिद्ध कर रही है. 3 अक्टूबर को दिल्ली में डीजल का दाम ₹59.14 था जो अब ₹2.25 घटकर ₹56.89 हो गया है और पेट्रोल का दाम ₹70.88 था जो ₹2.5 घटकर ₹68.38 हो गया है.पेट्रोल और डीजल के दामों को लेकर विपक्ष ने भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा हुआ है. विपक्ष पार्टी के साथ-साथ शिवसेना भी पेट्रोल और डीजल के मामले को लेकर अपना एक नया बखान कर रही है शिवसेना का कहना है कि बुलेट ट्रेन का कर्ज चुकाने के लिए पेट्रोल के दाम में बढ़ोतरी की जा रही है और साथ ही यह भी कहा की किसानों का खुदकुशी करने का कारण इंधन के दामों में बढ़ोतरी है.
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अभी तक पेट्रोल और डीजल जीएसटी के दायरे में नहीं आते हैं तेल मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पहले भी कह चुके हैं कि उपभोक्ताओं के हित के लिए पेट्रोलियम उत्पादों को जल्द ही जीएसटी के दायरे में लाने के लिए वित्त मंत्रालय से अनुरोध करेंगे. जिससे उपभोक्ताओं को राहत मिल सके और देश में एक समान कर का तंत्र स्थापित हो सके.
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पिछले कुछ महीनों में इतने उतार-चढ़ाव के बाद ग्राहकों को थोड़ी ही सही मगर पेट्रोल और डीजल के दामों में राहत नसीब हुई है. दिल्ली में पेट्रोल और डीजल के दामों में क्रमश: ₹2.5 और ₹2.25 की घटोतरी हुई है तो वही कोलकाता और मुंबई में भी पेट्रोल के दामों में क्रमशः ₹2.46 और ₹2.48 तथा डीजल के दामों में क्रमश: ₹2.25 और ₹2.39 की घटोतरी हुई है.