मुंबई महानगर पालिका ने हरित इमारतों को मिलेगी टैक्स में राहत

मुंबई भाजपा नगरसेवको ने शहर में पर्यावरण के अनुकूल इमारत निर्माण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बिल्डरों को प्रोत्साहित करने का प्रस्ताव रखा. ग्रीन इमारतों के विकास में हर असफल प्रयासों के बाद टॅक्स राहत या टॅक्स की दरों पर विचार कर रहीं है, जो बिल्डर पर्यावरण के अनुकूल प्रकल्प पर शहर में काम करता है.

Green building

भाजपा नगरसेवक रोहन राठोड ने विकास के बारे में सुना था रोहन राठौड़ ने हाल ही में नागरी सभा में प्रस्ताव पारित कर और अंतिम मंजूरी के लिए महानगर पालिका के आयुक्त अजय मेहता को भेजा जाएगा प्रस्ताव में बताया गया कि शहर में वर्तमान में पानी और बिजली पर बढ़ती संख्या का बोझ बढ़ रहा हैं. राठौड़ ने कहा, की शहर में पानी की कमी और बिजली की कमी को एक बड़ी हद तक टाला नहीं जा सकता हैं.

अगर हम बिल्डरों को कुछ टॅक्स में रियायतें देते हैं या विकासकको छानबीन शुल्क में रियायत दे तो निश्चित रूप से अधिक हरीत इमारतों के विकास में मदद मिलेगी. मौजूदा संसाधनों पर पड़ रहे बोझ को कम करने के लिए हमें हरीत विकास की आवश्यकता है, उन्होंने आगे कहा, वर्षा जल संचयन तकनीक का निर्माण करके परियोजना पर एक सौर पैनल स्थापित करके, हम पानी और बिजली की कमी को कम कर सकते है. यह प्रस्ताव दूसरे पार्टी नगरसेवको द्वारा भी समर्थित था औरअजय मेहता के फैसले की प्रतीक्षा करें रहे है.

टॅक्स कलेक्शन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने हमें रियायत् राशि कितनी प्रतिशत हो यह विचारधिंन है. वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार नगर विकास संगठन सालाना विकसकोसे टॅक्स और नए निर्माण के प्रस्तावों से 42 करोड़ रुपये कि कमाई करता हे विकास योजना विभाग के मुख्य अभियंता संजय दराडे ने कहा कि डेवलपर्स और बिल्डर बिल्डर्स को ऐसी रियायतें देने के लिए राज्य सरकार की मंजूरी लेनी ज़रूरी होगी.

[स्रोत- धनवंत मस्तुद]

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