यह तो आपने सुना ही होगा की मां की ममता और मां के आंसू पत्थर दिल वालों को भी पिघला देते हैं मगर यह किस्सा आज अनंतनाग में सच होता दिखाई दिया जब 8 दिन पहले फुटबॉलर से आतंकी बने माजिद ने आतंकवाद को लात मार दी.गत बुधवार माजिद कुलगाम में एक आतंकी के जनाजे में भी शामिल हुआ था जिस आतंकी का जनाजा था वह माजिद का दोस्त था और उसके जनाजे में शामिल होने के बाद से ही माजिद ने आतंकी बनने की सोच ली तथा अपने सोशल मीडिया अकाउंट Facebook पर 29 अक्तूबर को राइफल के साथ अपनी प्रोफाइल पिक्चर लगाकर अपने इरादे को सबके सामने रख दिया.
अनंतनाग के बेहतरीन फुटबॉलर की मां तथा परिवार वालों का तबसे रो रो कर बुरा हाल है जबसे उनको मालूम चला कि उनका बेटा आतंकवादी संगठन में शामिल हो चुका है. माजिद को वापस बुलाने के लिए मजीद के दोस्त तथा उसके परिजन हर जगह गुहार लगा रहे थे जिसके चलते माजिद की माँ का वीडियो सामने आया जिसमें उनका रो-रो कर बुरा हाल था और वह माजिद से वापस आने की गुहार लगा रही थी.
सूत्रों के अनुसार बीती रात सेना ने अनंतनाग के माजिद इरशाद खान को अनंतनाग और कुलगाम के के बीच वनपोह में घेर लिया तथा सेना ने उससे हथियार छोड़ने के लिए कहा जिस पर वह राजी हो गया और आतंकवाद को लात मार सरेंडर कर दिया.