दिल्ली की मजेंटा लाइन पर ट्रायल के बाद धुलाई के लिए जा रही खाली मेट्रो ट्रेन दीवार से टकराकर बाहर निकल गई. गनीमत है उस हादसे में कोई भी व्यक्ति घायल नहीं हुआ. इस हादसे को DMRC ने मानवीय गलती मानते हुए दोबारा ऐसी गलती ना दोहराने की बात भी की थी. जिसके चलते गुरुवार को कुंज दीपों के प्रभारी सहित चार DMRC अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है.
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के मुख्य प्रवक्ता अनुज दयाल ने कहा कि DMRC के प्रबंध निदेशक मंगू सिंह ने कार्यकारी निदेशक स्तर के तीन अधिकारियों की एक टीम द्वारा की गई जांच के आधार पर निलंबन आदेश दिया है. निलंबित होने वाले अधिकारियों में डिपो प्रभारी, सहायक प्रबंधक, एक कनिष्ठ अभियंता और एक सहायक खंड अभियंता शामिल है.
मैजेंटा लाइन पर यह मेट्रो ट्रेन बोटैनिकल गार्डन से कालकाजी मंदिर तक चलेगी जिसका उद्घाटन 25 दिसंबर को स्वयं भारत के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी करेंगे. इस मजेंटा लाइन का निर्माण नोएडा और साउथ दिल्ली के बीच की दूरी को कम करने के लिए किया गया है. हालांकि मजेंटा लाइन का प्रोजेक्ट बोटैनिकल गार्डन से एक जनकपुरी तक का है पर फिलहाल अभी यह सुविधा बॉटनिकल गार्डन से कालकाजी मंदिर तक ही प्राप्त रहेगी.
नोएडा से साउथ दिल्ली तक पहुंचने में अभी तक 52 मिनट का समय लगता है मगर मजेंटा लाइन के शुरू होते ही यह समय 16 मिनट में बदल जाएगा जिससे यात्रियों को काफी सुविधा मिलेगी और ज्यादा से ज्यादा पब्लिक ट्रांसपोर्ट का यूज होगा.