जिला स्तरीय निरीक्षण कमेटी ने बुधवार को लल्हेडी स्थित ग्राम विकास बाल कल्याण परिषद अनाथ आश्रम का दौरा किया। आश्रम में निरीक्षण के दौरान फिर से कई प्रकार की अनियमितताएं सामने आईं। इस पर कमेटी ने नाराजगी जाहिर करते हुए आश्रम संचालकों को फटकार लगाई।
कमेटी अपनी जांच रिपोर्ट आगामी कार्रवाई के लिए अधिकारियों को सौंपेगी, ताकि आश्रम के खिलाफ कार्रवाई की जा सके। जिला बाल संरक्षण अधिकारी स्वीटी सैनी के नेतृत्व में सोमवार को जिला स्तरीय निरीक्षण कमेटी ने ग्राम विकास बाल कल्याण परिषद अनाथ आश्रम का निरीक्षण किया।
कमेटी में बाल संरक्षण अधिकारी ममता शर्मा, बाल परियोजना अधिकारी प्रवीण, बाल कल्याण समिति सदस्य बिजेंद्र दहिया, किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य ओमप्रकाश दहिया, कार्यक्रम अधिकारी कर्मवीर सिंह के अलावा बाल रोग विशेषज्ञ डा. रोहतास भल्ला भी मौजूद रहे।
बाल संरक्षण अधिकारी ममता शर्मा ने बताया कि आश्रम की जांच में कई खामियां सामने आई हैं। उन्होंने बताया कि आश्रम का स्टाफ पीसीपीएस मानक के आधार प नियुक्त नहीं किया गया है। बाल कमेटी का अभी तक गठन नहीं किया गया है और न ही बच्चों के साथ बैठक का रिकार्ड मिला।
इसके अलावा प्रबंधन कमेटी रजिस्टर, बच्चों के खाने से संबंधित रजिस्टर, व्यक्तिगत संबंधित रजिस्टर में भी खामियां मिली हुैं। उन्होंने बताया कि आश्रम में बच्चों के स्वास्थ व देखभाल संबंधित आवश्यक कदम उठाने में कोताही बरती जा रही है। बाल कल्याण कमेटी से मंजूरी लिए बिना आश्रम से बच्चे लगातार बाहर निकल जाते हैं।
आश्रम का बच्चा शुभम करनाल होस्टल में पढ रहा है, लेकिन आश्रम ने इसकी सूचना न तो बाल कल्याण कमेटी को दी और न ही डीसीपीओ को इस बारे में सूचित किया। इसके अलावा आश्रम में साफ सफाई पर ध्यान नहीं दिया जा रहा। उन्होंने बताया कि आश्रम में मिली खामियों के रिपोर्ट तैयार कर विभाग के आला अधिकारियों को सौंपी दी जाएगी, ताकि आगामी कार्रवाई की जा सके।
[स्रोत- सहदेव]