लखीसराय जिले के किउल नदी में आयोजित सूर्यनारायण घाट पर महारुद्र यज्ञ में जिला प्रशासन द्दारा मेले में झूले चलाने पर रोक लगा दी हैं. जिसके चलते मेले देखने गए लोगो में काफी नाराजगी हैं. श्रद्धालु मेले देखने तो जरुर जाते हैं लेकिन जब उन्हें पता चलता हैं, कि मेले में जिला प्रशासन द्दारा झूले के संचालन में रोक लगा दी गयी हैं तो लोग नाराज होकर घर चले जाते हैं.मेले में आनंद तो झुला झूलने से ही मिलता हैं. बच्चे,महिलाए,नौजवान झुला झूलने के लिए ही मेले में जाते हैं. अगर वैसे में झुला संचालन बंद पड़ा हो तो लोगो में नाराजगी तो हो ही जाती हैं खास कर बच्चो में काफी नाराजगी देखी गयी हैं. बच्चे हैं उन्हें झुला झूलने का बहुत शौख होता हैं.
मिली जानकारी के अनुसार मेले में कुछ शरारती लोगो द्दारा मारपीट एवं गोलीवारी की गयी जिसके चलते एसडीपीओ मुरली प्रसाद सिंह ने यज्ञ समिति की एक बैठक बुलाया गया जिसमे यज्ञ समिति के अधिकारी के साथ वार्तालाप कर 28 मार्च को झूले का संचालन पर रोक लगा दिया गया जिससे सूर्यनारायण घाट पर महारुद्र यज्ञ श्री श्री 10008 मेले में बीते 03 दिनों से मेले में लोगो का भीड़ काफी कम गया हैं.
मेले देखने आये लोग झुला बंद होने की बजह से निराश होकर अपने अपने घर लौट रहे हैं लोगो द्दारा झुला संचालन की मांग को लेकर यज्ञ समिति द्दारा झुला चालू करवाने की पूरी कोशिश किया गया लेकिन जिला प्रशासन ने मेले में किसी जोखिम समस्या उत्पन्न न हो इसके लिए झूले का संचालन बंद करा दिया गया और हर झूले के पास प्रशासन को तैनात कर दिया गया ताकि किसी प्रकार की घटना न हो लेकिन प्रशासन को रहते हुए झूले का संचालन बंद हो ये तो कही ना कही प्रशासन की चुक के कारण ऐसा होता है अगर जिला प्रशासन टाईट रहे तो मेले में कोई शरारती तत्व कैसे कुछ कर सकता हैं.
[स्रोत- राजू कुमार]