बढती आत्मनिर्भरता और मॉडर्निटी की दौड़ ने युवाओं में शादी, विवाह जैसे व्यक्तिगत निर्णय लेने की आजादी प्रदान की है। लड़का हो या लड़की उन्हें अपनी जिंदगी अपनी तरह से जीने का पूरा अधिकार है परंतु अपने अधिकारों को पूरा करने के चक्कर में अपनों के अधिकारों को भी दरकिनार ना करें। आजकल लव मैसेज भी एक फैशन बनता जा रहा है। लव मैरिज करना कोई बुरी बात नहीं है परंतु आपके इस फैसले में आपके माता पिता भी सम्मिलित हो तो शादी की खुशी चार गुना बढ़ जाती है।जिन माता पिता ने आप को जन्म दिया है क्या उनका अधिकार नहीं है कि आप अपने व्यक्तिगत निर्णयों में उन्हें भी शामिल करें। जब कुछ युवा अपनी जिंदगी रंगीन करने के लिए माता पिता की ख्वाहिशों को बेरंग कर देते हैं तो वह जीवन में खुश कैसे रह सकते हैं। दुआओं और बद दुआओं में बहुत ताकत होती है अपनी जिंदगी में काम वही करो जिसमें बड़ों की और अपनों की दुआएं साथ हों।
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शादी एक पवित्र बंधन है यह केवल दो चार दिनों का नहीं बल्कि पूरी जिंदगी का साथ है। आप बेशक इतने बड़े हो गए हैं कि आप लाइफपार्टनर का चुनाव खुद कर सकते हैं लेकिन माता पिता से ज्यादा अनुभवी आप आज भी नहीं हैंं। शादी आपकी जिंदगी का सबसे अहम फैसला होता है, यह फैसला ऐसा होता है जिसे शादी के बाद बदला नहीं जा सकता, इसीलिए शादी से पहले ही कुछ बातों को ध्यान में रखकर ही किसी व्यक्ति से शादी का निर्णय लें। अगर आप इन बातों को ध्यान में रखेंगे तो आप आसानी से यह निर्णय कर पाएंगे कि आप जिस पार्टनर से शादी करने जा रहे हैं वह उस काबिल है भी या नहीं।
1-: सबसे पहले यह देखिए कि आपकी सोच एक दूसरे से मिलती है कि नहीं। हालांकि सभी लोग अलग होते हैं और सभी की अपनी व्यक्तिगत सोच होती है, परंतु आपकी सोच पूर्व और पश्चिम जैसी भी नहीं होनी चाहिए। कुछ महत्वपूर्ण निर्णयों में आप दोनों की सोच मिलनी चाहिए जैसे परिवार, रिश्ते, पढ़ाई, करियर, बच्चे, भविष्य की योजनाएं आदि।
2-: एक दूसरे के दिल में सम्मान की भावना होना आवश्यक है, जिस व्यक्ति से आप शादी करने जा रहे हो वह आपका सम्मान करता है कि नहीं यह बात आपके लिए जानना बहुत जरूरी है क्योंकि सम्मान प्यार का दूसरा नाम है जो व्यक्ति आपसे प्यार करता है वही आपका सम्मान कर सकता है। दोनों के दिल में एक दूसरे की भावनाओं की कद्र होनी चाहिए।
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3-: शादी करने से पहले अपने पार्टनर से एक बार यह बात अवश्य करें कि वह आपके साथ खुश है कि नहीं एक दूसरे के साथ बिताया गया समय आपके पार्टनर के लिए क्या मायने रखता है, कहीं आपके साथ समय बिताना आपके पार्टनर को बोर तो नहीं कर रहा क्योंकि इस तरह की स्थिति में शादी के बाद जिंदगी में नीरसता जाती है।
4-: आपका पार्टनर आपके परिवार के बारे में क्या सोचता है यह भी आपके लिए जानना अत्यंत आवश्यक है। शादी दो व्यक्तियों का रिश्ता नहीं बल्कि पूरे परिवार का रिश्ता होता है और परिवार लड़की का हो या लड़के का दोनों परिवारों को साथ लेकर चलने की भावना आपके पार्टनर में होनी चाहिए।