उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिले भारी बहुमत के बाद बीजेपी की यह दूसरी बड़ी जीत है इससे यह साफ हो जाता है कि जनता पर जीएसटी और नोटबंदी जैसे फैसलों का सकारात्मक असर हुआ है और उत्तर उत्तर प्रदेश की जनता ने खुले दिल से भाजपा का स्वागत किया और विधान सभा चुनावों की तरह निकाय चुनावों में भी बीजेपी ने अन्य पार्टियों को करारी शिकस्त दी. यूपी की 16 नगर निगम अध्यक्ष पदों में से 14 पर बीजेपी ने जीत हासिल की है, वहीं 2 पर बीएसपी ने अपना कब्जा जमाया है.
बीजेपी ने 16 में से 14 नगर निगम अध्यक्ष पदों पर जीत हासिल की तो वही दो सीटों पर BSP का कब जा रहा अगर 2012 की बात करें तो बीजेपी ने 10 नगर निगम अध्यक्ष पदों पर जीत हासिल की थी. बीएसपी ने जिन 2 सीटों पर जीत हासिल की थी वह मेरठ और अलीगढ़ है. कांग्रेस और समाजवादी पार्टी अपना खाता खोलने से भी नाकाम रही.
चुनाव के रिजल्ट के बाद यूपी में पार्षद के 1300 शब्दों में से 1294 सीटों के नतीजे सामने आए हैं. चीन में बीजेपी ने 594 सीटों पर अपना कब्जा हासिल किया 201 सीटों पर समाजवादी पार्टी जीत दायर कर दूसरे नंबर पर रही तो वही 147 सीटों पर बीएसपी नेताओं ने अपना कब्जा जमाया. कांग्रेस को यहां भी 110 सीटों से ही संतुष्टि करनी पड़ी आम आदमी पार्टी द्वारा 3 सीटों पर कब्जा किया गया तो ओवैसी की पार्टी AIMIM ने भी 12 सीटों पर जीत दायर कर बीजेपी चुनावों में अपनी मौजूदगी दायर की.
राज्य में नगर पालिका अध्यक्ष की सीटें 198 है जिनमें से 193 सीटों के नतीजे सामने आ चुके हैं इनमें बीजेपी को 67 सीटें हासिल हुई है तो दूसरे नंबर पर समाजवादी पार्टी 45 सीटों के साथ रहे. 28 सीटें हासिल करने के बाद बहुजन समाजवादी पार्टी तीसरे नंबर पर रही कांग्रेस केवल 9 सीटें हासिल ही कर सके और आम आदमी पार्टी तथा AIMIM को बिना खाता खोले ही संतुष्टि करनी पड़ी.