मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह क्षेत्र मे बने राघवदास मेडिकल कॉलेज मे पिछले 6 दिनो मे 35 बच्चो समेत 60 लोगो की मौत हो गई है. जान गँवाने वाले लोगो मे से 5 नवजात शिशु भी थे. अस्पताल प्रशासन इन सभी मौतो पर चुप है और लोगो की जान कैसे गई इसका कारण भी नही बता रहा है. खबरो के मुताबिक अस्पताल में ऑक्सीजन की सप्लाई बंद होने की वजह से जान गई जिसे प्रशासन और अस्पताल दोनो नकार रहे है.योगी ने खुद 9 और 10 तारीख को इस अस्पताल का मुआयना किया था. लेकिन इसके बाद भी सरकार और अस्पताल की इतनी बड़ी लापरवाही सामने आ रही है. हालांकि स्थानीय प्रशासन ने बच्चों की मौत के कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है. डॉक्टर ने बताया कि जापानी बुखार से 8 से 12 बच्चे रोजाना मरते हैं. प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बच्चों की मौत को अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि इन हत्याओं के दोषियो को बख्शा नही जाएगा.
वही इस पर सियासी माहौल फिर से गरमा गया है विपक्षी पार्टियो ने सरकार की ओर से हुई लापरवाही का मुद्दा बड़े जोर-शोर से उठाया है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर ने कहा कि इससे राज्य सरकार की संवेदनहीनता का पता चलता है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि इस प्रकरण में कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए और मृतक बच्चों के परिजनों को बीस बीस लाख रुपये मुआवजा मिलना चाहिए.
आपको बता दे कि भाजपा ने अपने संकल्प पत्र मे स्वास्थय सुविधा को सुचारु रूप से चलाने के लिए राज्य मे 6 एम्स और 25 नए मेडिकल कालेज खोलने का काम शुरु कर दिया है. लेकिन योगी के गृह क्षेत्र मे बने अस्पताल से जब हम ऐसी खबरो को सुन रहे है तब तक इन एम्स को खोलने के बजाय उस नींव को मजबूत किया जाए जिसके बल पर सरकार को अपने पर गर्व महसूस हो और लापरवाही से किसी भी व्यक्ति की जान न जाए.